मॉस्को। फीफा वर्ल्ड कप 2018 का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला 1966 की वर्ल्ड कप विजेता इंग्लैंड और एक बार भी फाइनल तक का सफर तय न करने वाली क्रोएशिया के बीच बुधवार को भारतीय समयानुसार रात 11 बजकर 30 मिनट से खेला जाएगा। इंग्लैंड और क्रोएशिया दोनों ही खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं, लेकिन बुधवार को इनमें से जो भी टीम सामने वाली टीम द्वारा की गई गलती का फायदा उठाने में सफल हो जाएगा, 15 जुलाई को वहीं टीम खिताब के काफी करीब पहुंच जाएगी।
इंग्लैंड और क्रोएशिया 8वीं बार आमने सामने होंगे। अभी तक के सात मुकाबलों में चार में इंग्लैंड ने बाजी मारी तो दो में क्रोएशिया ने जीत हासिल की, वहीं एक मुकाबला ड्रॉ रहा है। भले ही इंग्लैंड इस वर्ल्ड कप की सबसे बैलेंस्ड टीम कही जा रही हो लेकिन इस स्टेज पर क्रोएशिया के भी रंग बदले-बदले से हैं और वह उलटफेर करने का दम रखती है। इस विश्व कप में क्रोएशिया अभी तक अजेय है। इस पूरे वर्ल्ड कप में क्रोएशिया के बाद केवल बेल्जियम और फ्रांस हैं जिसने सेमीफाइनल तक पहुंचने से पहले कोई भी मैच नहीं हारा है।
हालांकि पिछले दो मुकाबलो में क्रोएशिया को अच्छी चुनौती मिली और क्रोएशिया ने पेनल्टी शूट आउट में जीत हासिल की। हालांकि अब क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंच इतिहास रचने उतरेगी। इससे पहले उसने क्रोएशिया ने 1998 में सेमीफाइनल में प्रवेश हासिल किया था। ये क्रोएशिया का बेस्ट प्रदर्शन था। क्रोएशिया ने डेनमार्क और रूस के खिलाफ पेनाल्टी शूटआउट में जीत हासिल कर अंतिम-4 में जगह बनाई।
टीम के कोच ज्लातको डालिक का कहना है कि अगर क्रोएशिया लियोनेल मेसी जैसे खिलाड़ी को हरा सकता है, तो गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे चल रहे इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन को भी रोक सकता है। क्रोएशिया की ताकत उसके मिडफील्डर्स में हैं। लुका मोड्रिच की टीम इस विश्व कप में सबसे कठिन ग्रुप में थी, लेकिन अपने मिडफील्डर्स के कारण क्रोएशिया ने उस कठिन ग्रुप को आसान बना दिया। क्रोएशिया के पास लुका मोड्रिच और इवान रेकिटिच जैसे वर्ल्ड क्लास मिडफील्डर हैं और मार्सेलो का इन्हें पूरा साथ मिल जाता है तो इस किसी टीम के लिए यह परेशानी बन जाते हैं। क्रोएशिया का फॉर्मेशन 4- 2-3-1 रहता है।
क्रोएशिया के गोलकीपर डेनिजेल सुबासिच को रूस के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान मांस-पेशियों में खिंचाव की समस्या हुई थी। इस दर्द के बाद भी वह मैदान पर टिके हुए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि मेडिकल जांच के बाद ही सेमीफाइनल में उनकी उपस्थिति के बारे में कुछ कहा जा सकता है। हालांकि क्रोएशिया के लिए अच्छी खबर ये है कि टीम में उसके डिफेंडर डोमागोज वीडा को भी हरी झंडी मिल गई है। रूस के खिलाफ मैच के दौरान यूक्रेन के पक्ष में टिप्पणी करने के कारण वीडा और क्रोएशिया टीम के सहायक कोच ओगनजेन वुकोजेविक को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था।
वहीं इंग्लिंश टीम की बात करें तो उसकी ताकत वैरायटी और उनके अटैक में हैं। ये टीम जीत के लिए नए और अलग रास्ते खोज लेती है। मॉर्डन सिस्टम और युनिटी इसका एडवांटेज है। टीम में यहां अपना पहला पेनल्टी शूटआउट विश्व कप मुकाबला जीता। इंग्लैंड को सेट पीसेस का किंग भी माना जाता है। इस समय इंग्लैंड की सबसे बड़ी ताकत इस विश्व कप की सबसे बेहतरीन अटैकिंग यूनिट है।
उसने शुरुआती तीन मैचों में ही आठ गोल कर दिए थे। हैरी केन पांच गोल के साथ इस विश्व कप में अभी तक टॉप स्कोरर हैं। वहीं इंग्लैंड के मिडफील्डर जार्डन एंडरसन ने अपनी टीम के लिए अपने पिछले 30 मैचों में एक भी नहीं हारा है और यह इतिहास में किसी इंग्लिश खिलाड़ी का सर्वाधिक अपराजेए क्रम है।