नई दिल्ली। फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने में बेहद कम समय बचा है। ऐसे में सभी टीमें अपनी तैयारियां युद्ध स्तर पर कर रही हैं। 14 जून से शुरू होने वाले इस महामुकाबले का फाइनल 15 जुलाई को रूस की राजधानी मॉस्को में खेला जाएगा। इस विश्वकप महामुकाबले में 32 टीमें हिस्सा लेंगी और उनके बीच 64 मुकाबले खेले जाएंगे। विश्वकप का आयोजन इस बार रूस कर रहा है, जिसके 11 शहरों में मैच खेले जाएंगे और फाइनल मुकाबला राजधानी मॉस्को के लुजनिकी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस बार विश्वकप में 32 टीमों को 4-4 के आठ अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया। हर ग्रुप से चोटी की दो टीमें सीधे नॉकआउट स्टेज में जाएंगी। फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले 11 और 12 जुलाई को खेले जाएंगे।
देशः सऊदी अरब
ग्रुपः साऊदी अरब को ग्रुप ए में रखा गया है। इस ग्रुप में मेजबान रूस के अलावा इजिप्ट और उरुग्वे भी हैं।
फिक्स्चर (मुकाबले)
14 जून: सऊदी अरब बनाम रूस, 8.30PM IST (मॉस्को)
20 जून: सऊदी अरब बनाम उरुग्वे, 8.30PM IST (रोस्तोव)
25 जून: सऊदी अरब बनाम इजिप्ट, 7.30PM IST (वोल्गोग्राड)
फीफा रैंकिंगः 67
पिछले वर्ल्ड कप मेंः टीम क्वालीफाई नहीं कर पाई।
सबसे अच्छा प्रदर्शनः 1994 में टीम अंतिम 16 तक पहुंची थी।
स्टार प्लेयर्स: मोहम्मद अल सहलावी (स्ट्राइकर, अल नासर), यासर अल शाहरानी (राइट बैक, अल हिलाल), फहाद अल मुवालाद (विंगर, अल इतिहाद)
कोच: जुआन एंटोनियो पिज्जी
कोच को लेकर अनोखी पॉलिसी
फीफा वर्ल्ड कप 2018 के लिए क्वालीफाई करने के बाद साउदी अरब ने अच्छी तरह से तैयारियां की हैं। हालांकि इस बीच टीम ने दो कौचों को बाहर का रास्ता दिखाया। साउदी अरब ने पांचवी बार फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया है। वर्ल्ड कप का ड्रॉ निकलने से 9 दिन पहले केवल 5 फ्रैंडली मैचों में टीम के बॉस रहे एडगार्डो बोजा को बाहर का रास्ता दिखाया गया। जिसके बाद टीम पिछले महीने पुर्तगाल और बुल्गारिया से हार गई थी। अरब की टीम भी पांचवीं बार विश्व कप में खेल रही है। लेकिन वह 2010 और 2014 में क्वालीफाई नहीं कर पाने के बाद इस बार खेल रही है। टीम के पास अब अर्जेंटीना में पैदा हुए कोच जुआन एंटोनियो पिज्जी हैं, जिन्होंने 2016 में चिली को कोपा अमेरिका में गाइड किया था।
सऊदी अरब के फैंस को नवाफ अल अबेद, फहद अल मुवल्लाद और ओसामा हवासवी से ख़ास उम्मीद हैं। हालांकि बीते कुछ मैचों में यह दिग्गज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। बावजूद इसके उनसे धमाके की उम्मीद की जा सकती है। विश्व रैंकिंग में 67वें नंबर पर काबिज सऊदी अरब के कप्तान ओसामा हवसावी हैं। सऊदी अरब ने फीफा विश्व कप में पहली बार वर्ष 1994 में हिस्सा लिया था, जहां वह अंतिम-16 तक पहुंचा था। सऊदी अरब कुल 4 विश्व कप खेल चुका है, लेकिन कोई खिताब नही जीत सका है।
सऊदी अरब के पास याहया अल शेहरी और स्ट्राइकर मोहम्मद अल सहलावी जैसे किसी भी टीम को टक्कर देने वाले खिलाड़ी मौजूद हैं। अल सहलावी की तेज किक और मूवमेंट उन्हें अपने देश का स्टार खिलाड़ी बनाता है। यह 30 वर्षीय स्ट्राइकर मैनचेस्टर यूनाइटेड में तीन हफ्ते का प्रशिक्षण ले चुका है और इससे उनके खेल कौशल में जबर्दस्त सुधार हुआ है। उन्होंने क्वालीफाइंग दौर में 16 गोल जमाकर अपनी टीम को मुख्य ड्रॉ में स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
वे क्वालीफाइंग में संयुक्त रूप से शीर्ष स्कोरर रहे थे। इसके अलावा सलीम अल दवसारी और फहद अल मुवलाद से भी टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।