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देशः रूस
ग्रुपः ए ( रूस, सऊदी अरब, उरग्वे, इजिप्ट)
मुकाबलेः पहला मुकाबला 14 जून को सऊदी अरब के साथ
दूसरा मुकाबला इजिप्ट के साथ 19 जून को
तीसरा मुकाबला 25 जून को उरग्वे के साथ
फीफा रैंकिंगः 70
पिछला विश्वकपः ग्रुप स्टेज से बाहर
बेस्ट प्रदर्शनः 1996 में सेमीफाइन तक पहुंची
स्टार प्लेयर: इगोर अकिन्फीव (सीएसकेए मॉस्को), एलन डज़ागोव (सीएसकेए मॉस्को), फेडरर स्मोलोव (क्रास्नोडार)।
कोच: स्टेनस्लाव चेर्चेव
स्टेनस्लाव चेर्चेव यूएसएसआर और रूसे के गोलकीपर जो कि 1994 और 2002 मे फीफा विश्वकप के दौरान टीम का हिस्सा थे उन्हें 2016 में टीम ने कोच के रूप में टीम में शामिल किया । गौरतलब हो की रूस इस बार फीफा विश्वकप का आयोजक देश है। ऐसे में इस टीम से लोगों को खासा उम्मीद होगी की वो शानदार प्रदर्शन करे।
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ऐसे ही हो गई थी क्वालीफाई
गौरतलब हो की आयोजक देश होने के नाते रूस की टीम इस मुकाबले में बिना मुकाबले खेले ही क्वालीफाई कर गई थी। हालांकि अगर उसके हाल फिलहाल के मुकाबलों पर नजर डालें तो उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। 2017 में न्यूजीलैंड की टीम को 2-0 से हराने के बाद रूस की टीम को पुर्तगाल और मेक्सिको से मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।
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स्टार खिलाड़ियों पर होगी नजर
रूस इस बार का आयोजक देश है ऐसे में इस टीम के लिए मैदान में समर्थन की कोई कमी नही होगी। वहीं इसके स्टार खिलाड़ी इगोर अकिन्फीव जिनके पास 6 बार का रशियन टाइटल का अवार्ड है उनसे दर्शकों को खास उम्मीद होगी और इस खिलाड़ी को भी इस सीरीज को यादगार बनाना ही होगा। अकिन्फीव की अगर बात करें तो यह खिलाड़ी 100 से ज्यादा कप अपने देश के लिए दे चुका है और अपनी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं। ऐसे में अपने कप्तान से इस देश के खिलाड़ियों को बहुत उम्मीदें होंगी।
वहीं अगर बात करें तो एलन डज़ागोव और फेडरर स्मोलोव और गोलोविन की तिकड़ी अपने स्ट्राइकर अंदाज से विपक्षीव टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। हालांकि इस टीम के लिए कमजोर डिफेंस एक चिंता का विषय है जिससे यह टीम किसी भी सूरत में बाहर निकलना चाहेगी। ऐसे में ड़िफेंस और स्ट्राइकर के बीच सामंजस्य बिठाना इस टीम के लिए बड़ी चुनौती है।
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क्या कमजोर रैंकिंग वाले देश को कुछ उम्मीद है?
इस टीम की अगर बात करें तो 2016 के यूरो मुकाबले से लेकर रूस ने 19 मैच खेले जिसमें 13 मुकाबलों में इस टीम को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में जो 6 जीत इस टीम ने हासिल की है वो भी घाना, रोमामिया, न्यूजीलैंड डिनामो और कोरिया रिपब्लिक के खिलाफ मिली है। वहीं 4 मैत्री मुकाबलों में इस टीम ने केवल 10 गोल ही दागे हैं। हालांकि एक आसान से ग्रुप में इस आयोजक देश को उम्मीद होगी की वो आसानी से नॉकआउट राउंड में पहुंच सके। इस ग्रुप में उरग्वे एक मजबूत टीम है वहीं इजिप्ट और सऊदी अरब को हराकर यह टीम आसानी से अपने इस लक्ष्य को पूरा भी कर सकती है। पहला मुकाबला 14 जून को सऊदी अरब के साथ होना है ऐसे में अगर इस टीम के स्टार खिलाड़ी अपने देश के फैंस की उम्मीदों पर खरे उतरकर बाकी दोनो मुकाबले भी आसानी से जीत गए तो उनके लिए नॉकआउट की राह आसान होगी। वहीं इजिप्ट की टीम भी लंबे समय के बाद इस विश्वकप में वापसी कर रही है। ऐसे में अगर इजिप्ट के स्टार खिलाड़ी सलाह अनफिट हो जाते हैं तो इस टीम के लिए आगे की राह और आसान हो जाएगी।
वहीं इस टीम के पहले दो मुकाबले ही इस टीम की दिशा तय करेंगे और अगर इन दो मुकाबलो में रूस एक भी मुकाबला हार गया तो उसके लिए आगे की राह आसान नहीं होगी।
भविष्यवाणीः इस ग्रुप की अगर बात करें तो रूस की टीम के लिए नॉकआउट के लिए क्वालीफाई कर पाना आसान नहीं लगता है क्योंकि इस टीम में इजिप्ट और उरग्वे दो टीमें पहले से ही मौजूद हैं जो क्वालीफाई के लिए प्रबल दावेदार हैं। अगर ये टीम इस मुकाबले में जीत भी जाती है तो उसका सामना स्पेन ईरान और पुर्तगाल जैसी मजबूत टीमों के साथ होगा।