नई दिल्ली। फीफा वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले बार्सिलोना की तरफ से खेलने वाले उरुग्वे के स्टार फुटबॉलर लुईस सुआरेज ने बड़ी बात कही है। सुअरेज ने दावा किया है कि 2014 फीफा वर्ल्ड कप में इटली के डिफेंडर जियोर्जियो चीलिनी को दांत से काटने के चलते लंबा निलंबन झेलने के बाद से वह काफी परिपक्व हो गए हैं।
आपको बता दें कि 2014 फीफा वर्ल्ड कप में उरुग्वे के धाकड़ स्ट्राइकर सुअरेज को उस घटना के बाद नौ मैचों का अंतरराष्ट्रीय बैन मिला था। इसके अलावा उन्होंने 4 महीनों के लिए सभी फुटबॉल गतिविधियों से भी निलंबित कर दिया गया था। सुआरेज के निलंबन के बाद उनकी टीम राउंड ऑफ 16 (16वें राउंड) में कोलंबिया से हारकर बाहर हो गई थी। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में 2010 में खेले गए फीफा वर्ल्ड कप में घाना के खिलाफ हाथों का इस्तेमाल करते हुए सुआरेज ने गोल रोका था। जिसके बाद भी उन्हें सजा मिली थी।
हालांकि अब सुआरेज उन सभी विवादों को भूलकर आगे बढ़ना चाहते हैं। सुआरेज का मानना है कि उन सभी विवादों को पीछे छोड़ देना चाहिए और वे पहले से काफी परिपक्व हो गए हैं। उन्होंने कहा कि, "हर खिलाड़ी का सपना वर्ल्ड कप जीतना होता है। अब दक्षिण अफ्रीका 2010 और ब्राजील 2014 अतीत में हैं। मैं अन्य उम्मीदों, अन्य खिलाड़ियों और अन्य संवेदनाओं के साथ आया हूं जो मुझे विश्व कप में दूर तक जाने के लिए प्रेरित करती हैं।"
सुआरेज ने आगे कहा कि खेल की मांग है इसलिए वे बहुत परिपक्व हो गए हैं। उन्होंने कहा, "कुछ पहलुओं में बदलने के बावजूद, खेल का मेरा तरीका बिल्कुल वही होगा क्योंकि मैं इसी तरह फुटबॉल को जीता और पसंद करता हूं। किसी ने मुझे कभी भी कुछ नहीं दिया है और एक लड़के के रूप में मैंने हर बार गेंद का आनांद लेना सीखा है।" आपको बता दें कि सुआरेज रूस में एडिनसन कैवानी के साथ ग्रुप ए में उरुग्वे की लाइन का नेतृत्व करेंगे, जिसमें ऑस्कर ताबेरज की मिस्र, सऊदी अरब और टूर्नामेंट की मेजबान टीम रूस भी शामिल है।