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देशः ईरान
ग्रुपः बी ( पुर्तगाल, ईरान, मोरक्को, स्पेन)
मुकाबलेः पहला मुकाबला 15 जून को मोरक्को के साथ
दूसरा मुकाबला स्पेन के साथ 20 जून को
तीसरा मुकाबला 25 जून को पुर्तगाल के साथ
फीफा रैंकिंगः 37
पिछला विश्वकपः ग्रुप स्टेज तक पहुंची
बेस्ट प्रदर्शनः पहले राउंड तक पहुंची (1978, 1998, 2006, 2014)
स्टार प्लेयर: सरदार अज़मौन (जेनेट कज़न स्ट्राइकर), सैयद एज़तोलाही (एफसी रोस्तोव मिडफील्डर), महदी तारेमी (अल घरफा स्ट्राइकर)
कोच: कार्लोस क्विरोज़
ईरान टीम की अगर बात करें तो यह टीम एशिया की पहली टीम है जो इस मुकाबले के लिए सेलेक्ट हुई है। ऐसे में इस टीम से लोगों को खासा उम्मीदें हैं। वहीं इस टीम ने पांचवी बार फीफा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और यह लगातार दूसरी बार उसका फीफा मुकाबला होगा। वहीं कार्लोस क्विरोज़ कोच इस टीम के उन्होंने भी घोषणा कर दी है कि अब वो इस मुकाबले के बाद संन्यास ले लेंगे। ऐसे में इस टीम को इतनी सफलताएं दिलाने वाले कोच को उनकी टीम एक अच्छा फेयरवेल देने की फिराक में जरूर होगी। इस फीफा विश्वकप से पहले ईरान की टीम एशियन मैचों में धमाल मचाई थी ऐसे में इन खिलाड़ियों से उम्मीद है की वो अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखेंगे।
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युवा टीम
4 साल पहले की अगर बात करें तो ईरान की अनुभवी टीम ने ब्राजील में सभी राउंड का मुकाबला जीता था वहीं इस टीम ने अर्जेंटीना के खिलाफ भी शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि मोजूदा समय की अगर बात करें तो यह टीम काफी युवा है और और ऐसे में इस टीम के प्रदर्शन पर सभी की नजर होगी। वहीं अगर देखें तो यह पहली एशियन टीम है जो फीफा के लिए रवाना होने जा रही है और इसके क्वालीफाई मुकाबले भी शानदार रहे हैं ऐसे में इस टीम से लोगों को खासा उम्मीदें होंगी।
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सरदार अज़मौन के ऊपर खास नजर
इस 23 वर्षीय खिलाड़ी को ईरान का मेसी कहा जाता है और इस फीफा विश्वकप में सभी की नजर इस खिलाड़ी पर रहेंगी। वहीं इस टीम के खिलाड़ी को मेहदी तरेमी का खासा सपोर्ट है और बाकी साथी खिलाड़ियों का भी सपोर्ट इसे और मजबूत बनाता है।
मजबूत फारवर्ड लाइनः इस टीम की अगर बात करें तो इसका सबसे मजबूत पक्ष है इसकी स्ट्रांग फारवर्ड और मजबूत मिडफील्ड ऐसे में इस टीम के कोच क्विरोज को उम्मीद होगी की वो एक बेहतरीन प्रदर्शन बाकी सभी कमियों को दूर करके कर सकते हैं।
भविष्यवाणीः ईरान की टीम के हिसाब से अगर बात करें तो इस टीम का ग्रुप काफी मजबूत है जिसमें 2010 की चैंपियन स्पेन और यूरो चैंपियन पुर्तगाल की टीम शामिल है। वहीं इस टीम को मोरक्को से भी मुकाबला करना होगा। ऐसे में ईरान की टीम के लिए यह मुकाबला काफी कठिन होगा लेकिन ये बात भी समझनी होगी की ईरान की टीम को कमतर नहीं आंका जा सकता है। ऐसे में मोरक्को के साथ होने वाला पहला मैच इस टीम के लिए काफी अहम होगा। जो इनकी आगे की यात्रा को बताएगा।