हुआ था कुछ यूं
दरअसल अपनी टीम अर्जेंटीना का सफर समाप्त हो जाने के बाद माराडोना इंग्लैंड और अर्जेंटीना के बीच हुए मुकाबले में इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच हुए प्री क्वार्टर मैच में मारोडाना कोलंबिया का सपोर्ट कर रहे थे, उस मैच में उन्होंने कोलंबिया की जर्सी भी पहनी थी। वहीं इस महत्वपूर्ण मैच में अमेरिका के मार्क ग्रेगर रैफरी थे। इस दौरान कई अहम मौकों पर इस रैफरी ने कोलंबिया को फाउल देते हुए इंग्लैंड के पक्ष में फैसला दिया। इसी बात पर नाराज माराडोना ने फीफा तक पर सवाल उठा दिए थे कि इतने महत्वपूर्ण मैच में मार्क जैसे रैफरी को क्यों नियुक्त किया गया जबकि उनका पिछला रिकॉर्ड भी खराब है। उन्होंने ये भी कहा था कि इंग्लैंड मार्क के खराब फैसलों की वजह से ही जीता है।
कोलंबिया के फैंस से भी की थी अपील
मारोडोना ने कोलंबिया के फैंस से अपील करते हुए कहा कि आप निराश ना हो, आप इस हार के लिए खिलाड़ियों को दोषी नहीं ठहरा सकते। मैच में रैफरी की नियुक्ति करने वाले कॉलिना को गूगल पर देख लेना चाहिए था कि इस रैफरी का पिछला इतिहास कैसा है। माराडोना इस मैच में फीफा के मेहमान के तौर पर मैदान पर मौजूद थे और कोलंबिया की जर्सी पहने दिखे थे।
मांगी माफी
अपने इस बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान पर माराडोना ने माफी मांगते हुए कहा कि उस दिन कोलंबिया के समर्थन में उत्साह में आ गया था, मैंने कुछ चीजें कहीं जिन्हें मैं स्वीकार करता हूं कि वे गलत थीं। मैं फीफा से और इसके अध्यक्ष (जियानी इनफैनटिनो) से माफी मांगता हूं. अगर कभी-कभार मेरी राय रैफरियों से अलग होती हैं तो भी मैं उनके काम का सम्मान करता हूं। गौरतलब हो कि इससे पहले भी लीग चरण के अंतिम मुकाबले में अर्जेंटीना की जीत के बाद माराडोना ने एक अभद्र इशारा किया था और मैदान में सिगार पीते भी नजर आए थे। बता दें कि उनकी टीम और मेसी का सफर इस विश्वकप में लीग स्टेज पर ही समाप्त हो गया है।