नई दिल्ली। खिलाड़ियों के फैन अपने पसंदीदा खिलाड़ी से मिलने के लिए क्या कुछ नहीं करते। भारत में क्रिकेट के दीवानों की कहानी अक्सर आती रहती। कोई होटल के बाहर घंटो खिलाड़ियों से मिलने के लिए इंतजार करता है तो कोई स्टेडियम में उनका नाम शरीर पर गुदाकर अपने खिलाड़ी को चियर्स करता है लेकिन इस लड़की की कहानी थोड़ी अलग है। ये लड़की चल नहीं सकती। इसके पास स्थाई घर या इतने पैसे नहीं है जो अपने फेवरेट हीरो से जा मिल ले।
लेकिन इस लड़की का सपना पूरा किया बार्सिलोना फुटबॉल क्लब ने। दरअसल सीरिया की शरणार्थी 18 वर्षीय नुजीन मुस्तफा बार्सिलोना स्टार लियोनल मेसी की बड़ी फैन हैं। मुस्तफा दीमागी बीमारी से पीड़ित हैं और एक व्हीलचेयर पर ही चल सकती हैं। मुस्तफा दो साल पहले अपनी बहन नसरीन के साथ अलेप्पू के अपने शहर से भाग गईं। दोनों बहनों ने कोलोन के लिए 5,600 किमी (3,497 मील) यात्रा की जहां उन्हें शरणार्थियों के रूप में आश्रय दिया गया था।
जब बार्सिलोना को पता चला कि नुजीन उनके क्लब की बड़ी प्रशंसक हैं तो क्लब ने उन्हें स्पेन बुलाया और 2 दिसंबर को सेल्टा विगो क्लब के खिलाफ मैच देखने की व्यवस्था की।
नुजीन ने रायटर्स को बताया कि "मेसी का चेहरा बच्चों की तरह है। वह 30 साल की उम्र के बावजूद युवा दिखते है, लेकिन आपको लगता है कि आप बड़े हो गए हैं। मैं उन्हें 2007 से जानती हूं।" नुजीन ने बताया कि जब वह उनसे मिलीं तो वे बच्चे की तरह दिख रहे थे। मेसी काफी शाई नेचर के हैं।" अरबी, फ्रेंच, अंग्रेजी और जर्मन बोलने वाली नुजीन संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) का प्रतीक बन गई हैं उन्हें उम्मीद है कि किसी न किसी दिन शांति उनके देश जरूर लौटेगी।
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— FC Barcelona (@FCBarcelona) December 14, 2017
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