ग्वालियर। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यांनचंद के पुत्र और पूर्व ओलंपियन अशोक कुमार ने मंगलवार और बुधवार को ग्वालियर में हॉकी प्रतिभाओं को परखा। दर्पण मिनी स्टेडियम और जिला खेल परिसर कंपू स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय प्रतिभा चयन कार्यक्रम के तहत 14 वर्ष से कम उम्र के लगभग ढाई सौ बालक-बालिकओं ने अपने खेल-कौशल का प्रदर्शन किया। इनमें से प्रतिभावान 22-22 बालक-बालिकाओं का चयन इस वर्ष से यहाँ शुरू होने जा रहे हॉकी के दो फीडर सेंटर-जिला हॉकी प्रशिक्षण केंद्र के लिए किया जाना है।खिलाडि़यों का चयन करने के लिए अशोक कुमार के साथ पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अलताउर रहमान और हसरत कुरैशी मौजूद थे। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में हॉकी को बढ़ावा देने और उसे प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में खेल विभाग राज्य के सभी जिलों में हॉकी के फीडर सेंटर, जि़ला प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने जा रहा है। पहले चरण्ण में इस वर्ष 22 जिला हॉकी प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए जा रहे हैं। इन केंदों के लिए उदीयमान बालक-बालिकाओं का चयन करने के मकसद से प्रदेश के विभिन्न जिलों में हॉकी प्रतिभा चयन कार्यक्रम का दौर जारी है। चयनित प्रतिभाओं को खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा नियुक्त प्रशिक्षकों द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन खिलाडि़यों को जिला हाॅकी प्रशिक्षण केंद्रों में खेल की बारीकियाँ सीखने का मौका तो मिलेगा ही साथ ही इन्हें खेलने के लिए खेल किट भी प्रदान की जाएगी। यहाँ होंगे हॉकी के फीडर सेंटरमध्यप्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा पहले चरण में हॉकी के फीडर सेंटर यानि जिला हॉकी प्रशिक्षण केन्द्र राज्य के 19 शहरों में संचालित किए जाएँगे। प्रथम चरण में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3, ग्वालियर में 2 और इंदौर, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद, उज्जैन, गुना शिवपुरी, छतरपुर, बालाघाट, सिवनी, हरदा, सिहोर, रायसेन, मंदसौर, नरसिंहपुर, उमरिया एवं बैतूल सहित 17 जिलों में हॉकी के एक-एक हॉकी के फीडर सेंटर शुरू किए जा रहे हैं। इन केंद्रों में 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के 22-22 बालक-बालिकाओं का चयन कर उन्हें वर्ष भर हॉकी के गुर सिखाए जाएंगे। दूसरे चरण में राज्य के शेष 31 जिलों में हॉकी प्रशिक्षण केंद्रों की शुरूआत की जाएगी।