खास बात यह रही कि भारत को इस बार भी हॉकी के फाइनल मुकाबले में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों मात खानी पड़ी है। वर्ष 2010 में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल मुकाबले में हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
भारत की पुरुष हॉकी टीम को लगातार दूसरे कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 4-0 से हार का सामना करना पड़ा।
वर्ष 2010 में जब दिल्ली में कॉमनवेल्थ खेल आयोजित हुए थे उस समय हॉकी के फाइनल में जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच हुआ था तो ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8-0 से हराया था।
हर बार की तरह इस बार भी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने नहीं टिक सकी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दोनों हाफ में 2-2 गोल किए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहले तीन गोल सी सिरिएलो ने पेनल्टी कॉर्नर पर किए। उन्होंने 13वें मिनट, 29वें मिनट और 48वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से चौथा और आखिरी गोल ई ओकेनडेन ने किया। ऑस्ट्रेलिया को मैच में तीन पेनाल्टी कॉर्नर मिले और उसने तीनों पर गोल किए। भारत को एक पेनाल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वह उसे गोल में तब्दील करने में असफल रह गया।