लंदन, 13 जून (आईएएनएस)। ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर शुक्रवार को ट्वेंटी-20 विश्व कप में भारत को सुपर-8 मुकाबले के अपने पहले मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी। ड्वेन ब्रावो के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत वेस्टइंडीज ने उसे सात विकेट से मात दे दी।वेस्टइंडीज को जीत के लिए 154 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे उसने 18.4 ओवरों में ही तीन विकेट गवांकर हासिल कर लिया। ब्रावो ने सर्वाधिक 66 रनों की नाबाद पारी खेली। उनकी 36 गेंदों की इस पारी में चार चौके और तीन छक्के शामिल थे। लेंडल सिमंस ने भी 44 रन बनाए।भारतीय गेंदबाजी में कोई पैनापन नजर नहीं आया। टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज जहीर खान छाप छोड़ने में पूरी तरह नाकाम रहे। सिर्फ जहीर ही नहीं, बल्कि भारतीय टीम के अन्य सभी गेंदबाज 153 रनों के स्कोर का बचाव करने में अक्षम नजर आए। इरफान पठान, यूसुफ पठान और प्रज्ञान ओझा ने एक-एक विकेट झटके।इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का यह फैसला शुरू से ही गलत साबित होने लगा। सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभा रहे रोहित शर्मा के रूप में टीम को पहला झटका लगा। इसके बाद एक-एक करके सुरेश रैना और गौतम गंभीर ने भी पेवेलियन की राह पकड़ ली।यहां भी बाएं हाथ के प्रतिभावान बल्लेबाज युवराज सिंह अपनी टीम के खेवनहार बने। कप्तान धौनी ने बीच में उनका साथ छोड़ दिया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। फिडेल एडवर्ड्स की एक गेंद पर आउट होने से पहले युवराज ने 43 गेंदों पर 67 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी में छह चौके और दो छक्के शामिल रहे।युवराज सिंह के 67 और यूसफ पठान के 31 रनो की बदौलत भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 153 रन ही बनाए। वेस्टइंडीज की ओर से ब्रावो ने चार विकेट चटकाए। उन्हें उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।*