पीटरसन के मुताबिक रिवर्स स्विंग गेंदबाजों के दम पर ही इंग्लैंड ने 2005 में आस्ट्रेलिया को पराजित किया था और एक बार फिर वही कहानी दोहराई जा सकती है।वर्ष 2005 में खेली गई एशेज श्रृंखला के दौरान जिन चार तेज गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया की पोल खोली थी, उसमें से सिर्फ एंड्रयू फ्लिंटॉफ ही इस श्रृंखला के लिए टीम में शामिल किए गए हैं लेकिन पीटरसन को भरोसा है कि नए गेंदबाज इस परिपाटी को जिंदा रखने के लिए आगे आ सकते हैं।पीटरसन ने आस्ट्रेलिया के समाचार पत्र द आस्ट्रेलियन से बातचीत के दौरान कहा, आस्ट्रेलियाई टीम कभी नहीं चाहेगी कि मौसम रिवर्स स्विंग गेंदबाजों को मदद करने वाला हो क्योंकि ऐसा हुआ तो जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और फ्लिंटॉफ उसके बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर देंगे।2005 में खेली गई एशेज श्रृंखला के दौरान फ्लिंटॉफ ने 24 विकेट लिए थे जबकि साइमन जोंस ने 18 विकेटों के साथ अपनी टीम की जीत पक्की की थी। जोंस फिलहाल टीम से बाहर हैं। उनकी घातक गेंदबाजी के कारण आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पांच टेस्ट मैचों में सिर्फ तीन शतक लगा सके थे।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।