रियो डि जिनेरियो। रियो ओलंपिक में इस बार अबतक भारतीय बेटियों ने भारत का नाम चमकाया है। ऐसी ही एक और बेटी है युवा गोल्फर अदिति अशोक। इन्होंने रियो ओलंपिक में पदक तो नहीं जीता है लेकिन फिर भी अपने बेहतरीन खेल से सभी को प्रभावित जरूर किया है। बुरी खबर: इंजरी की वजह से बैडमिंटन कोर्ट से 4 महीने तक दूर रह सकती हैं साइना नेहवाल
अदिति अशोक आज रियो ओलंपिक की महिला गोल्फ स्पर्धा में आखिरी दिन पांच ओवर 76 कार्ड की वजह से संयुक्त रूप से 41वें स्थान पर जगह बना पाईं।
अदिति ने पहले दो दिन इससे बेहतर खेल दिखाया था। पहले दिन 68 और दूसरे दिन भी 68 का कार्ड खेला था और टॉप 8 में जगह बनाए रखने में कामयाब रही थीं। तीसरा दिन उनके पक्ष में नहीं रहा और आज उन्होंने 79 का कार्ड खेला।
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इस मुकाबले में स्वर्ण पदक जीतने वाली इनबी पार्क 16 अंडर 268 के टोटल स्कोर से 1904 के बाद व्यक्तिगत गोल्फ स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला गोल्फर बन गई हैं। वहीं रजत पदक विजेता लिडिया ने 11 अंडर के टोटल स्कोर और चीन की शनशान फेंग ने 10 अडर के स्कोर से कांसा अपने नाम किया।
भारत की 18 वर्षीय अदिति अशोक को पेशेवर गोल्फर बनने की योग्यता पूरी किए हुए छह महीने ही गुजरे हैं। अदिति ने तीन बोगी और एक डबल बोगी कर दी, जिसकी वजह से उनका स्कोर सात ओवर 291 रहा।