नई दिल्ली। 18वें एशियाई खेलों में एथलेटिक्स इवेंट्स में भारत के भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने सबकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया। नीरज कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश को पदक दिला चुके हैं। नीरज के सामने इस बार बड़े मंच पर खुद को साबित करने की चुनौती थी। नीरज का यह पहला एशियाड था और उन्होने इसे यादगार बना दिया। वह विदेश से ट्रेनिंग लेकर इंडोनेशिया पहुंचे हैं और भारत के इस लाल ने देश के लिए सोना जीता है।
#AsianGames2018: India's Neeraj Chopra wins a gold medal in men's javelin throw final. pic.twitter.com/29BXLADs1i
— ANI (@ANI) August 27, 2018
भारत का कोई भी भाला फेंक खिलाड़ी कभी एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल नहीं जीत सका था। सभी को उम्मीद थी कि चोपड़ा नया इतिहास रचने में सफल होंगे और नीरज ने किया भी वही। अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज का मुकाबला एशिया के बड़े-बड़े धुरंधरों से था। इस मुकाबले के दौरान आखिरी कोशिश में नीरज का थ्रो फाउल रहा और उसके बाद 88.06 मीटर के स्कोर के नीरज ने भारत को आज के दिन का पहला गोल्ड मेडल दिला दिया।
छह कोशिश में नीरज का दो फाउल रहा और बाकी की चारों कोशिशों में इस स्टार एथलीट ने 80 से उपर का ही स्कोर किया।हरियाणा के रहने वाले नीरज ने इस साल मई में दोहा में डायमंड लीग में 87.43 मीटर भाला फेंका था।उन्हें चीनी ताइपे के चेंग चाओ सुन से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद थी, जिनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 91.36 है जो उन्होंने पिछले साल हासिल किया था।भारत की तरफ से भाला फेंक में आखिरी पदक 1982 में नई दिल्ली में गुरतेज सिंह ने कांस्य पदक के रूप में जीता था