नई दिल्ली। एशियन गेम्स 2018 में भारतीय एथलीट्स का जलवा बरकरार है। भारत की सीमा पूनिया ने 62.26 के स्कोर के साथ डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है।अब तक भारत ने 57 पदक हासिल कर लिए। भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक 12 स्वर्ण, 20 रजत और 25 कांस्य पदक हासिल किए हैं।
सीमा ने अपने पहले प्रयास में 58.51 मीटर की दूरी फेंकी, लेकिन दूसरा प्रयास में उनका फाउल रहा। चौथे प्रयास में उन्होंने 61.28 मीटर की दूरी फेंकी जबकि पांचवां प्रयास फाउल रहा। पिछले एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता सीमा ने तीसरे प्रयास में 62.26 मीटर की दूरी फेंक कर कांस्य पदक अपने नाम किया।
उन्होंने 17 साल की उम्र में विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चक्का फेंक में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन डोपिंग का दोषी पाये जाने के कारण उनका पदक छीन लिया गया था। सीमा ने स्यूडोफेडरिन ली थी, जिसे जुकाम के उपचार के लिए लिया जाता है। तब आईएएएफ के नियमों के अनुसार केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
27 जुलाई1983 कोहरियाणा के सोनीपत जिले के मुरथल शहर के गांव खेवड़ा में जन्मी 35 वर्षीय एथलीट पूनिया सीमा पूनिया डिस्कस थ्रो खिलाड़ी हैं। सीमा पूनिया इससे पहले 2004 और 2012 में हुए ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वह 2006 के मेलबोर्न राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक भी जीत चुकी है।सीमा ने साल 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य और साल 2014 व 2016 में रजत पदक जीता। 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था। पूनिया ने 2014 में हुए एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था।सीमा पूनिया स्पोर्ट्स कोटे से करनाल में इंस्पेक्टर हैं। वह पति अंकुश पूनिया के साथ मोदीपुरम की शिव कॉलोनी में रह रही हैं।