नई दिल्ली। कल यानी 4 अप्रैल से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 से पहले भारतीय खिलाड़ियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। दरअसल इस बार ऑस्ट्रेलिया में हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 से पहले ही 225 खिलाड़ियों का भारतीय दल नजरों में आ गया है। खबरों के मुताबिक कुछ भारतीय खिलाड़ियों के कमरे से कथित रूप से सिरिंज (सूई) मिली थीं, जिसकी वजह से भारतीय दल की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। खबरों के मुताबिक, राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने अब लगभग हर भारतीय खिलाड़ी के डोप टेस्ट के आदेश दे दिए हैं, स्थिति ऐसी है जैसे 'भारतीय को देखते ही उसका डोप टेस्ट कर दो।' खबरें यहां तक आ रही हैं कि अधिकारियों का साफ निर्देश है कि 'भारतीयों को ढूंढों और उनका टेस्ट करो।'
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पैमाने पर भारतीय दल का डोप टेस्ट हुआ है। दरअसल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट स्थित खेल गांव में भारतीय खिलाड़ियों के कमरे से कुछ सिरिंज मिलने का दावा किया गया था। डोपिंग को रोकने के लिए सीजीएफ ने 'नो सिरिंज पॉलिसी' बना रखी है, बावजूद इसके सिरिंज मिलीं। इसीलिए भारतीय खिलाड़ियों का डोप टेस्ट किया जा रहा है।
खबर के मुताबिक ऑस्ट्रेलियन स्पॉर्ट्स एंटी-डोपिंग एजेंसी (ASADA) ने सबसे पहले भारतीय मुक्केबाजों को निशाने पर लिया था, लेकिन उनका डोप टेस्ट नेगेटिव आया। अब तैराकों और जिमनास्ट्स से उनके यूरीन सैंपल मांगे गए हैं। खेल गांव में घुसते ही उनसे टेस्ट करवाने को कहा गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय दल ने दावा किया कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया गया है। दल का कहना है कि जो सीरिंज मिलीं थीं, वे दूसरी टीमों की हैं। वे टीमें भी कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज के उसी परिसर में ठहरी हैं, जहां हमारी टीमें रुकी हैं।