नई दिल्ली। दो भारतीय एथलीटों को ऑस्ट्रेलिया में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में नो-नीडल नीति का उल्लंघन करने के आरोप में भारत भेज दिया गया है। कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGW) ने ट्रिपल जंप लगाने वाले राकेश बाबू और बीस किलोमीटर के धावक इरफान की मान्यता रद्द कर, उन्हें पहली फ्लाइट से भारत लौटने के लिए कहा है। साथ ही भारतीय अधिकारियों को भी सीजीएफ ने कड़ी फटकार लगाई है। ये सूईयां इन खिलाड़ियों के खेल गांव में स्थित अपार्टमेंट में पाई गईं थी।
हालांकि भारतीय दल के मैनेजर नामदेव शिरगांवकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा ,'हम कुछ फैसलों के खिलाफ हैं और अपने आला अधिकारियों से बात करेंगे। हम इन फैसलों के खिलाफ अपील करेंगे।' इस मौके पर भारत के दल प्रमुख विक्रम सिसोदिया भी मौजूद थे।
भारतीय एथलेटिक्स टीम के मैनेजर रवींद्र चौधरी ने कहा है, 'काफी कन्फ्यूजन है। हमारे एथलीटों पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया। इसकी पुष्टि कैसे की। बाबू के बैग से सीरिंज मिलने पर इरफान पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया। सीजीएफ को इतना यकीन कैसे है कि दोनों खिलाड़ी एक ही सीरिंज का इस्तेमाल कर रहे थे। बाबू ने स्वीकार किया, लेकिन इरफान का क्या?'
इससे पहले सीजीएफ के अध्यक्ष लुईस मार्टिन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की है। मार्टिन ने कड़े शब्दों में कहा ,'राकेश बाबू और इरफान कोलोथम थोडी को तुरंत प्रभाव से खेलों से बाहर कर दिया गया है. उनके एक्रीडिटेशन 13 अप्रैल 2018 को सुबह नौ बजे से रद्द कर दिए गए हैं। दोनों को खेलगांव से निकाल दिया गया है।'