नई दिल्ली। सऊदी अरब में इस सप्ताह दुनिया की सबसे अमीर घुड़दौड़ (हॉर्स रेस) प्रतियोगिता होने जा र रही थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते इसे स्थगति कर दिया गया है। इसमें विजेता को 12 मिलियन डाॅलर यानी कि 91 करोड़ से भी ज्यादा नकद पुरस्कार दिया जाने वाला था। कुल इनामी राशि 30 मिलियन डाॅलर यानी कि 2 अरब 66 करोड़ से भी ज्यादा रखी गई थी। आयोजकों ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, "सभी प्रतिभागियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए, दुबई विश्व कप 2020 की उच्च आयोजन समिति ने अगले साल वैश्विक टूर्नामेंट के 25 वें संस्करण को स्थगित करने का फैसला किया है।"
माना जा रहा था कि द सऊदी कप को देखने के लिए करीब 10 हजार से ज्यादा दर्शक आने वाले थे। 10वें स्थान पर आने वाले खिलाड़ी को भी अच्छी खासी राशि मिलने वाली थी। दूसरी बार ऐसा माैका आया है जब इस टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा। 1997 में जब इसका वर्ल्ड कप हुआ था तो वह बारिश के कारण रद्द हुआ था। धावक सतीश सीमर ने इस फैसले को सही ठहराया है। पांच बार के यूएई चैंपियन ट्रेनर ने द नेशनल को बताया, "हमें पूरी दुनिया के बारे में सोचना चाहिए, न कि सिर्फ दुबई के बारे में। यह कुछ ऐसा है जो किसी के हाथ में नहीं है और इसे किया जाना था। मुझे पता है कि घोड़ों के पीछे हर टीम, अस्तबल और लोगों की कड़ी मेहनत थी।"
इरफान पठान ने ट्वीट करते हुए लिखा, इसे हमेशा के लिए कर देना चाहिए बैन
बताते चलें कि अति-रूढ़िवादी इस देश ने हाल के वर्षों में खेल प्रतियोगिताओं के लिए भारी निवेश किया है। इसके जरिए देश अपनी नरम सत्ता और अधिक उदारवादी छवि बनाने की कोशिश कर रही है, जिसके ऊपर अक्सर मानवाधिकारों के हनन और कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ाने का आरोप लगता रहा है।