नई दिल्ली। एक नई उम्मीद के साथ भारतीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में दम दिखाएंगे। उम्मीद है भारत की झोली में ज्यादा मेडल आएं, क्योंकि रियो ओलंपिक में भारत सिर्फ दो ही मेडल जीत पाया था। वहीं तीरंदाजी एक ऐसा खेल रहा है, जिसमें भारत कभी कोई मेडल नहीं जीत सका। लेकिन इस बार खिलाड़ियों के उम्मीद है। तीरंदाज दीपिका कुमारी, अतनु दास और रोवर्स आगामी ओलंपिक से पहले सोमवार को टोक्यो में प्रेक्टिस करते हुए नजर आए हैं।
तीनों ने भारत को इस खेल में पदक लाने के लिए कमर कस ली है। भारतीय दल जो 17 जुलाई को नई दिल्ली से टोक्यो के लिए रवाना हुआ, फिर सुरक्षित रूप से जापान पहुंच गया। दीपिका और अतनु मिश्रित टीम बनाते हुए टोक्यो ओलंपिक के लिए सर्वश्रेष्ठ तैयारी के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू किया। तीरंदाजी आगामी टोक्यो ओलंपिक में पांच स्पर्धाओं की मेजबानी करेगी - पुरुष व्यक्तिगत, महिला व्यक्तिगत, पुरुष टीम, महिला टीम और मिश्रित टीम।
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ओलंपिक की शुरूआत 23 जुलाई से शुरू होगी और यह 31 जुलाई तक युमेनोशिमा पार्क तीरंदाजी स्टेडियम में चलेगा। मुख्य राष्ट्रीय कोच इस्माइल बेग की देखरेख में भारतीय नाविकों ने भी रविवार को टोक्यो खाड़ी में सी फॉरेस्ट वाटरवे पर अपना पहला अभ्यास किया। देश के नाविक विष्णु सरवनन ने भी रविवार को अपने खेल में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ अभ्यास किया।
सरवनन पुरुषों के लेजर वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और दो दिन पहले अपने तीन साथियों - नेथरा कुमानन, केसी गणपति और वरुण ठक्कर के साथ यहां पहुंचे थे। रोइंग में, अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह, जो पुरुषों की लाइटवेट डबल स्कल्स में प्रतिस्पर्धा करेंगे।