एक तरफ जहां खिलाड़ी अपनी जी-जान लगाकर देश के लिए पदक जीतने की कोशिशों में लगे थे तो वहीं भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता और कुश्ती रेफरी वीरेंद्र मलिक खिलाडि़यों की मेहनत पर पानी फेरने में लगे थे।
राजीव मेहता को नशे में गाड़ी चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है वहीं, वीरेंद्र मलिक यौन उत्पीड़न के इल्जाम में पकड़े गए हैं। इन दोनों को आज ग्लास्गो की शेरिफ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
स्कॉटलैंड यार्ड के एक अधिकारी की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है लेकिन उन्होंने ज्यादा बताने से साफ इंकार कर दिया।
45 वर्षीय मलिक को ग्लास्गो के एक सिटी सेंटर से गिरफ्तार किया गया है। स्काटलैंड यार्ड के प्रवक्ता के मुताबिक 45 और 49 साल के दो भारतीयों को विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया है।
भारतीय ओलंपिक संघ के एक वरिष्ट अधिकारी के मुताबिक इस पूरे मुद्दे पर प्राथमिकता के आधार पर नजर रखी जाएगी। हालांकि संघ की ओर से कोई फैसला शेरिफ कोर्ट की ओर से आने वाले फैसले के बाद ही लिया जाएगा।
स्कॉटलैंड में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर छह महीने जेल और 5000 पौंड के जुर्माने का प्रावधान है।
इसके अलावा ड्राइविंग पर 12 महीने की रोक लग सकती है। ये दोनों हालांकि भारत के आधिकारिक 215 सदस्यीय दल का हिस्सा नहीं हैं जो खेल गांव में रुका है। बताया जा रहा है कि ये दोनों यहां के एक स्थानीय होटल में रुके थे।