नई दिल्ली। भारत की होनहार बेटी और पांच बार विश्व चैंपियन और लंदन ओलंपिक की पदक विजेता महिला मुक्केबाज एम सी मैरीकॉम ने कहा कि वो साल 2016 में रियो ओलंपिक खेलने के बाद संन्यास ले लेंगी। मेरी पूरी कोशिश होगी कि मैं इस ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतूं और इसलिए इस समय मेरा पूरा ध्यान अपनी फिटनेस पर है।
हालांकि तीन बच्चों की मां मैरीकॉम ने मुस्कुराते हुए कहा कि बच्चों की मां बन जाने के बाद यह सब थोड़ा मुश्किल है लेकिन फिर भी मेरा पूरा फोकस अभी खेल पर ही है। मैरीकॉम ने मणिपुर में अपनी अकेडमी खोली है जिसके लिए उन्होंने कहा कि वो संन्यास के बाद देश में कई और मैरीकॉम पैदा करने की कोशिश करेंगी।
रियो ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना
मैरीकॉम ने कहा कि एशियाई और विश्व चैंपियनशिप के रूप में ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले दो टूर्नामेंट होने वाले है।एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर सीधे ओलंपिक का टिकट मिलेगा जबकि विश्व चैंपियनशिप में क्वार्टरफाइनल में पहुंचने पर ओलंपिक टिकट मिल जाएगा इसलिए मेरी कोशिश होगी कि एशियाई चैंपियनशिप में ही स्वर्ण जीतकर ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लूं।
मैरीकॉम से मिले पीएम मोदी, बताया अपनी बेटी जैसी
मालूम हो कि अपने अकेडमी के ही चक्कर में मैरीकॉम ने पिछले दिनों पीएम मोदी से मुलाकात की थी और पीएम से मिलने के बाद उन्होंने खुश होते हुए मोदी की जमकर तारीफ की थी।