नई दिल्ली। एशियन गेम्स में देश का गौरव बढ़ाने के बाद भी बॉक्सिंग स्टार मैरीकॉम मायूस हैं। उन्होंने देश में महिलाओं को खेल में मदद नहीं मिलने के चलते अपनी चिंता जतायी है। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में विशेष तौर पर महिलाओं को उचित मदद नहीं मिल पा रही है। इंचियोन में हुए 17वें एशियाई खेलों के पदक विजेताओं को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक समारोह में शिरकत करने आईं मैरी कोम ने समारोह से इतर ये बातें कहीं।
गौरतलब है कि मैरी ने एशियाई खेलों में देश को स्वर्ण पदक दिलाया। पांच बार की चैम्पियन मैरीकॉम को समारोह में मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। मैरीकॉम ने कहा, "तीसरी बार मां बनने के ठीक बाद मुझे एशियाई खेलों में हिस्सा लेने का अवसर दिया गया और मुझसे पदक की उम्मीद की गई। मुझमें विश्वास जताने के लिए मैं भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की तहेदिल से आभारी हूं।"
आपको बता दें कि मैरीकॉम के जीवन पर हाल ही में जानीमानी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को लेकर निर्देशक संजय लीला भंसाली ने एक फिल्म बनाई जिसे काफी लोकप्रियता मिली। फिल्म के कारण मुक्केबाजी की तरफ देश की किशोरियों का रुझान बढ़ने के सवाल पर मैरीकॉम ने कहा, "जी हां, मुझे लगता है कि फिल्म के कारण मुक्केबाजी की लोकप्रियता देश में बढ़ी है और लड़कियां अब इस खेल को अपनाने के लिए आगे आएंगी।"
मैरीकॉम ने हालांकि देश में महिलाओं के प्रति होने वाले भेदभाव पर कहा, "देश में महिलाओं को सभी क्षेत्रों में सही अवसर और उचित बढ़ावा नहीं दिया जाता, खासकर खेल को लेकर। खेल को करियर चुनने वाली लड़कियों को उल्टा शुरू में काफी मुश्किलों और बाधाओं का सामना करना पड़ता है।"