नई दिल्ली। प्रशासन की लापरवाही के चलते एक बार फिर से एक होनहार खिलाड़ी को मदद की बाट जोहनी पड़ रही है। भारत के स्टार जेवलिन थ्रोवर नीरज चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक से पहले उन्हें जरूरी सामान और अच्छी डाइट नहीं मिल पा रही है जिसकी वजह से उनके अभ्यास में बाधा पहुंच रही है। नीरज के कोच ओऊ हॉन ने भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई पर यह आरोप लगाया है।
नीरज के कोच ने एक ईमेल लिखा है और बताया है कि हमें मदद के लिए निजी कंपिनयों की तरफ देखना पड़ रहा है संभवतः जहां से जितनी मदद मिल सके हमें जरूरत है हम अपने ऊंची उम्मीदों पर खरे उतरने में पिछड़ रहे हैं।
ओऊ हॉन ने कहा कि एशियन गेम्स में नीरज की जीत के बाद हमारी उम्मीदें बढ़ गई थी कि अब नीरज को बेहतरीन सुविधांए और मदद मिलेगी लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। टोक्यो ओलंपिक में दो साल से भी कम दिन का समय बचा है और नीरज को अच्छी मदद नहीं मिली है।
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साल 2018 में 21 वर्षीय नीरज ने विश्व में 6 सबसे लंबी दूरी वाले थ्रो में अपना नाम दर्ज कराया। कोच ओऊ हॉन ने कहा कि नीरज के निरंतर उम्दा प्रदर्शन से लगता है कि वह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगा और ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाएगा।
कोच के इस बयान के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा कि ऐसा ऐसा छुट्टियों के चलते हो रहा है।ओऊ हॉन जर्मनी से हैं वहां कि सिस्टम दूसरा है भारतदेश बड़ा है यहां मिनटों में चीजें नहीं अरेंज हो पाती हैं।
Neeraj Chopra, Asian Games & CWG Gold Medallist on his coach Uwe Hohn voicing concerns over delays in procurement of equipment among other problems: Coach said so because there have been delays due to holidays. Sooner it happens the better. We'll be able to focus on our training. pic.twitter.com/6KlpvuOxqr
— ANI (@ANI) December 23, 2018