भारत के सर्वोच्च सम्मानों में से एक पद्म अवार्ड के अपमान पर खेल मंत्रालय ने सख्ती दिखाई है। मंत्रालय ने फैसला किया है कि आगे से ऐसे खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अवॉर्ड्स को रद्द कर दिया जाएगा जो बिना बताए पुरस्कार लेने नहीं पहुंचते हैं।इस बारे में खेल मंत्रालय की ओर से गृह मंत्रालय को भेजे गए एक पत्र में पद्म अवार्ड की नियमावली में आवश्यक संशोधन करने को कहा गया है। खेल मंत्रालय ने एक सरकुलर जारी करके यह सख्त हिदायत दी है कि खेल संबंधी सम्मान समारोहों में सभी खिलाड़ियों का उपस्थित होना जरूरी होगा। यह नियम राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड, अर्जुन अवार्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड तथा ध्यानचंद अवार्ड पर भी लागू होगा। याद दिला दें कि जब राष्ट्रपति भवन में पद्म अवॉर्ड दिए जा रहे थे तो देश के चहेते क्रिकेट स्टार महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह को भी ये अवॉर्ड मिले थे लेकिन ये दोनों तो पुरस्कार लेने पहुंचे ही नहीं। कहा जाता है कि दोनों मंगलवार को दिल्ली में थे लेकिन किसी ने भी राष्ट्रपति भवन तक जाने की जहमत नहीं उठाई। राष्ट्रीय पुरस्कारों के प्रति धोनी और भज्जी के इस अपमान की खबर कई टीवी चैनलों में प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद खेल मंत्रालय ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया है। मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अगर कोई खिलाड़ी बिना बताए पुरस्कार समारोह में गैरहाजिर रहता है तो उसका अवॉर्ड निरस्त कर दिया जाएगा। उधर दोनों खिलाड़ियों के इस कदम की कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी निंदा की है।&13;