नई दिल्ली। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा लगे 4 साल के बैन पर रूस ने चुनाैती दी है। रूसी विरोधी डोपिंग एजेंसी ने वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी को औपचारिक रूप से एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि रूसी एथलीटों को प्रमुख खेल आयोजनों से प्रतिबंधित करने के फैसले से असहमत हैं। रूस के महानिदेशक यूरी गानस ने मॉस्को में संवाददाताओं से कहा, "स्थापित प्रक्रिया के अनुसार, आज हमने वाडा को दस्तावेजों का एक पत्र भेजा है। पत्र में वाडा प्रतिबंधों से असहमति के बारे में एक सूचना है।" अब मामला कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) को भेजा जाएगा।
बता दें कि साल 2015 में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने रूस पर डोपिंग रोधी नियमों के कई उल्लंघनों का आरोप लगाया था, जिसके कारण रूसी एथलीटों के खिलाफ प्रतिबंधों को लागू किया गया था। पिछले वर्ष 20 सितंबर को वाडा कार्यकारी समिति ने बहुमत से रूसी डोपिंग रोधी एजेंसी (रूसाडा) को एक ऐसे संगठन के रूप में मान्यता देने का फैसला किया जो विश्व डोपिंग रोधी संहिता का अनुपालन करता है।
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रूस ओलिंपिक में बैन होने वाला 9वां देश है। डोपिंग के कारण पहली बार किसी देश का झंडा नही दिखेगा। इससे पहले ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, तुर्की, हंगरी, जापान और जर्मनी पर विश्व युद्ध में हिस्सा लेने के कारण प्रतिबंध लगा था। दक्षिण अफ्रीका (रंगभेद के कारण) और अफगानिस्तान ( महिलाओं पर तालिबानी अत्याचार के कारण) पर भी प्रतिबंध लग चुका है।