दोनों टीमों के बीच गु्रप आफ डैथ के मैच का पहला हाफ गोलरहित रहा लेकिन जर्मनी के मारियो गोमेज ने दूसरे हाफ में 72वें मिनट में गोल दागा जो अंत तक निर्णायक रहा। जर्मनी के कोच जोकिम लोयू ने कहा, यह सचमुच करीबी मैच था, लेकिन इससे हमने अच्छी शुरूआत की। पुर्तगाल के कप्तान और रियाल मैड्रिड स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो से आक्रामक खेल की उम्मीद थी, लेकिन वह ढीले ही दिखे।
पुर्तगाल के कोच पाओलो बेंटो ने कहा, "मैं परिणाम से काफी दुखी हूं, मुझे लगता है कि हमने गेम पर नियंत्रण बनाया और डिफेंस भी अच्छा किया। लेकिन हम दुर्भाग्यशाली रहे और वे गोमेज के गोल से भाग्यशाली रहे।"
डेनमार्क के फारवर्ड माइकल क्रोन डेहली ने करीब 35 हजार दर्शकों की मौजूदगी में हेडर से 24वें मिनट में गोल दागा। ग्रुप बी के अगले राउंड में जर्मनी की भिड़ंत खारकिव में हालैंड से होगी जबकि पुर्तगाल की टीम लवीव में डेनमार्क से खेलेगी। डेनमार्क ने इस जीत से 2010 विश्व कप के पहले ग्रुप मैच में हालैंड के हाथों मिली हार का बदला चुकता किया। 1988 में एकमात्र यूरोपियन खिताब जीतने वाली हालैंड 2010 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। हालैंड के रोबिन वान पर्सी का मैच में प्रदर्शन निराशाजनक रहा लेकिन कोच बर्ट वान मारविक ने सिर्फ उन्हें जिम्मेदार ठहराने से इंकार कर दिया और कहा, इसके लिये सिर्फ रोबिन वान पर्सी जिम्मेदार नहीं है। कम से चार, पांच या छह खिलाडि़यों के पास काफी मौका था।