एसएसकेएम अस्पताल के प्रोफेसर तुहीन कांति घोष ने बताया कि हमें रिपोर्ट आज मिल गई है। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक सीलबंद लिफाफा नहीं खोला है क्योंकि मामला अदालत में विचाराधीन है। रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष (प्रोफेसर बी एन कहाली) के पास है और हम इसे बारासात में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के पास कल भेजेंगे।
प्रोफेसर कहाली फोरेंसिक स्टेट मेडिसिन विभाग के प्रमुख हैं और एसएसकेएम अस्पताल की 11 सदस्यीय मेडिकल पेनल के भी अध्यक्ष हैं। यह पूछने पर कि रिपोर्ट में कुछ नतीजा निकला है, प्रोफेसर घोष ने कहा कि यह अंतिम रिपोर्ट है जिससे पहले कराये गए क्लीनिकल टेस्ट का नतीजा मिलेगा। पिंकी के खून का नमूना दो जुलाई को लिया गया था जिसे हैदराबाद के एक अस्पताल में भेजा गया था।
गौरतलब है कि पिंकी पुरूष है, यह शाबित न होने पर भी उसके साथ हिरासत में पुरूषों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। पिंकी को हिरासत में लेने के बाद कोलकाता पुलिस नियम कानून की धज्जियां उड़ा रही है। पिंकी जब भी मीडिया के सामने आती है तो वह पुरूष पुलिसकर्मियों से घिरी रहती है। पिंकी ने भी अपने एक बयान में कहा था कि इन दिनों उनको जितना अपमान झेलना पड़ रहा है, उतना उन्होंने जिंदगी में नहीं सहा है।