टोक्यो: भारत को ओलंपिक 2020 के आखिरी रेसलिंग अभियान में बजरंग पुनिया से मेडल की पूरी उम्मीद थी और यह होनदार पहलवान इस पर खरा उतरा। बजरंग ने 6 अगस्त को मिली सेमीफाइनल हार से जबरदस्त उभरते हुए किसी चैम्पियन की तरह वापसी की। उन्होंने कजाकिस्तान के पहलवान को कांस्य पदक मुकाबले में 8-0 से हरा दिया। 65 क्रिग्रा फ्रीस्टाइल रेसलिंग के दूसरे कांस्य पदक के लिए बजरंग पुनिया का मुकाबला कजाकिस्तान के पहलवान दौलेट नियाजबेकोव से हुआ था।
यह बजरंग का पहला ओलंपिक मेडल है और कुश्ती में टोक्यो में भारत के पास आया दूसरा पदक है। इससे पहले रवि दहिया 57kg भार वर्ग फ्रीस्टाइल में सिल्वर जीत चुके हैं। बजरंग ने ये मेडल 65kg भार वर्ग में जीता। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 6 हो गई है। अब उम्मीद यह भी है कि नीरज भाला फेंक में एक मेडल पक्का लेकर आ रहे हैं, जिसका मतलब यह होगा कि लंदन ओलंपिक का 6 मेडल का रिकॉर्ड टोक्यो में टूट जाएगा।
Tokyo 2020: बजरंग पुनिया ने भारत को दिलाया छठा पदक, कुश्ती में अपने नाम किया ब्रॉन्ज मेडल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजरंग पुनिया को बधाई दी है और कहा है कि उन्होंने गजब की फाइट की। प्रधानमंत्री ने कहा- टोक्यो 2020 से बहुत अच्छी खबर आ रही है। बजरंग पुनिया की शानदार फाइट। आपको बधाई हो जो उपलब्धि आपने हासिल की, इसने सभी भारतीयों को खुश कर दिया है, गर्व से भर दिया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पहलवान बजरंग पुनिया से बात भी की और कांस्य पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने बजरंग के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की सराहना की जिसके कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है।
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविड ने भी कहा, ये भारतीय रेसलिंग में एक खास क्षण है। बजरंग पुनिया को टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए बधाई। आपने खुद को एक बेहतरीन रेसलर के तौर पर तराशा है जिसमें आपकी बरसों की मेहनत, प्रयास, निरंतरता शामिल है। प्रत्येक भारतीय आपकी सफलता से खुश है।
इससे पहले बजरंग पुनिया सेमीफाइनल में अजरबैजान के हाजी अलीयेव से भिड़े थे। 65 किग्रा फ्रीस्टाइल के अंतिम चार मुकाबले में बजरंग को 5-12 से हार का सामना करना पड़ा था। हरियाणा के ही दीपक पुनिया भी कांस्य पदक मुकाबले में मेडल के काफी करीब पहुंचकर हार गए थे। उनको अंतिम सेकेंडों में अपनी लीड गंवानी पड़ी, अन्यथा यह भारत के लिए और बेहतर रेसलिंग अभियान हो सकता था।