नई दिल्ली। एशियन गेम्स 2018 में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली स्वप्ना बर्मन ने गोल्ड के साथ-साथ करोड़ो लोगों के दिलों में भी घर कर गई हैं। 18वें एशियाई खेलों में हेप्टाथलान में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वप्ना बर्मन की मदद के लिए भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह आगे आए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने स्वप्ना की जीत के बाद उन्हें 10 लाख की इनामी राशी देने की घोषणा की थी।इस कदम की सरहाना भी की गई लेकिन अब विजेंद्र सिंह ने ममता से इनामी राशि बढ़ाने की मांग की है।
विजेंदर ने ट्वीट किया, 'प्रिय ममता दीदी, आपसे विनम्र निवेदन है कि स्वप्ना बर्मन को दी जाने वाली इनामी राशि को बढ़ाया जाए।' बता दें कि स्वप्ना एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। जलपाईगुड़ी की रहने वाली स्वप्ना ने 6026 अंकों का बेस्ट स्कोर अर्जित करते हुए सात स्पर्धाओं वाले खेल हेप्टाथलन में स्वर्ण जीता।
Dear @MamataOfficial didi plz increase #SwapnaBarman state price money 🙏🏽 #10lakhvs3crore #HumbleRequest #IndiaatAsiangames2018
— Vijender Singh (@boxervijender) September 3, 2018
ऐसे अपने नाम किया गोल्ड:
स्वप्ना ने कुल सात स्पर्धाओं में कुल 6026 अंक हासिल किए। इस स्पर्धा में वह पहले स्थान पर रहीं। इसके बाद स्वप्ना ने 100 मीटर में हीट-2 में 981 अंकों के साथ चौथा स्थान हासिल किया था। ऊंची कूद में 1003 अंकों के साथ वह पहले स्थान पर रहीं। गोला फेंक में वह 707 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। 200 मीटर रेस में उन्होंने हीट-2 में 790 अंक लिए।
पहनने के लिए नहीं थे जूते:
अपनी बेटी की जीत टीवी पर देखने के बाद काफी भावुक हो गईं बासोना की आंखों से खुशी के मारे आंसुओं की धार निकल पड़ी थी, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल काफी वायरल हुआ था। उन्होंने बताया कि बचपन में तो वह नंगे पांव ही दौड़ती थी। हम उसके लिए खाने का इंतजाम तो कर नहीं पा रहे थे, जूते खरीदने के लिए पैसे कहां से लाते? लेकिन आज स्वप्ना ने संघर्ष के दम पर एक मिसाल कायम की है और विश्व पटल पर वह अपना और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
हेप्टाथलान क्या है ?
हेप्टाथलन में ऐथलीट को कुल 7 स्टेज में हिस्सा लेना होता है। पहले स्टेज में 100 मीटर फर्राटा रेस होती है। दूसरा हाई जंप, तीसरा शॉट पुट, चौथा 200 मीटर रेस, 5वां लॉन्ग जंप और छठा जेवलिन थ्रो होता है। इस इवेंट के सबसे आखिरी चरण में 800 मीटर रेस होती है। इन सभी खेलों में ऐथलीट को प्रदर्शन के आधार पर पॉइंट मिलते हैं, जिसके बाद पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के ऐथलीट का फैसला किया जाता है।