पाकिस्तान के कप्तान यूनिस ख़ान ने ट्वेंन्टी 20 विश्व कप में जीत के बाद अंतरराष्ट्रीय ट्वेंन्टी 20 क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है. अब वे वनडे और टेस्ट क्रिकेट ही खेलेंगे.
श्रीलंका को आठ विकेट से हराने के बाद यूनिस ख़ान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा,'' ये मेरा आख़िरी ट्वेंन्टी 20 मैच था, मैं अंतरराष्ट्रीय ट्वेंन्टी 20 से अवकाशग्रहण कर रहा हूँ.'' उनका कहना था,'' मैं अब 34 साल का हूँ और इस तरह के खेल के लिए मेरी उम्र काफ़ी ज्यादा है.'' यूनिस ख़ान ने इस जीत के बाद भावुक हो गए और उन्होंने इस जीत को पाकिस्तान को समर्पित किया. उनका कहना था कि यह हमारे देश के लिए टीम की तरफ से तोहफ़ा है और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बहुत सही समय पर आया है. उन्होंने कहा,''मैं बहुत खुश हूँ. इमरान ख़ान के बाद कोई भी पाकिस्तानी कप्तान विश्व कप नहीं जीत पाया था और मुझे खुशी है कि मैंने यह उपलब्धि हासिल की.''
उल्लेखनीय है कि इमरान ख़ान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में वनडे का विश्व कप जीता था.
यूनिस ख़ान का कहना था,''मैं कप्तानी संभालने का इच्छुक नहीं था.मैं खुद को बहुत अच्छा कप्तान नहीं मानता लेकिन मैं साहसिक कप्तान हूँ जिसकी टीम को ज़रूरत थी.'' उन्होंने कहा,'' टूर्नामेंट के शुरू में किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम खिताब जीतेंगे. हमने अंडरडाग के रूप में शुरुआत की और अचानक ही खिलाड़ियों ने लय पकड़ ली. इसका पूरा श्रेय टीम और देश को जाता है.'' उन्होंने कहा टूर्नामेंट से पहले शाहिद अफ़रीदी और कामरान अकमल अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे लेकिन बाद में सभी खिलाड़ी फॉर्म में दिखने लगे. उनका कहना था कि सईद अजमल और उमर गुल ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जबकि अब्दुल रज्ज़ाक के आने से भी टीम को मजबूती मिली. यूनिस ने कहा कि अफ़रीदी को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजना सही साबित हुआ. उनका कहना था कि वो हमेशा से मानते रहे हैं कि अफ़रीदी वनडे और ट्वेंटी-20 में नंबर तीन के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ हैं और पिछले दो मैच में उनका प्रदर्शन शानदार रहा.