नई दिल्ली। पूर्व विंबलडन चैंपियन जन नोवोत्ना का 49 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। नोवोत्ना दो बार सिंगल्स में नंबर एक पर रह चुकी हैं, जबकि एक बार वह डबल्स में शीर्ष स्थान पर ह चुकी हैं। 19 नवंबर को जन नोवोत्ना लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रही थी। कैंर से लंबी लड़ाई के बाद नोवोत्ना का निधन हो गया। उनका निधन चेक रिपब्लिक में उनके घर पर हुआ, जहां उनके परिवार के लोग मौजूद थे।
डब्ल्यूडीए के सीईओ स्टीव साइमन ने बताया कि नोवोत्ना मैदान के भीतर और मैदान के बाहर प्रेरणास्त्रोत थी, जिसे भी उन्हें जानने का मौका मिला उसे उन्होंने प्रेरित किया। उनका सितारा हमेशा डब्ल्यूडीए के इतिहास में चमकेगा। हमारी संवेदनाएं और साथ हमेशा नोवोत्ना के परिवार के साथ है। आपको बता दें कि नोवोत्ना ने 24 सिंगल्स खिताब अपने नाम किए हैं। अपने 14 साल के कैरियर के दौरान कई अहम खिताब अपने नाम किए।
वर्ष 1998 में नोवोत्ना ने विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था, इससे पहले दो बार वह फाइनल में हार की वजह से इस यह खिताब अपने नाम नहीं कर सकी थीं। वर्ष 1997 में मार्टिना हिंगिंस के हाथों हार के बाद अगले वर्ष उन्होंने प्रेंच महिला स्टार नथाली टाजिएट को हराकर खिताब अपने नाम किया था। सेमी फाइनल मुकाबले में नोवोत्ना ने हिंगिस को हराया था। वर्ष 1993 में जब नोवोत्ना फाइनल मुकाबला हारने के बाद उनकी आंखों में आंसू थे। अपने करियर में नोवोत्ना ने 17 ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए जिसमे से 12 डबल्स और चार मिक्स डबल्स में अपने नाम किए।
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