नई दिल्ली: रोजर फेडरर ने शु्क्रवार को अपने चिर-प्रतिद्वंदी राफेल नडाल को हराकर 12वीं बार विंबलडन के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। अब फाइनल में फेडरर का मुकाबला जोकोविच से होगा। जोकोविच ने पहले सेमीफाइनल में रॉबर्टो बॉतिस्टा को हराकर छठीं बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश किया है। बता दें कि 2017 में फेडरर विंबलडन को जीतने वाले आधुनिक दौर के सबसे उम्रदराज पुरुष खिलाड़ी बने थे।इससे पहले ये दोनों खिलाड़ी 2014 और 2015 के फाइनल में भी खेल चुके हैं और दोनों ही बार बाजी जोकोविच के हाथ लगी थी।
8 बार के विजेता खिलाड़ी फेडरर ने इस महामुकाबले में नडाल को 7-6(3), 1-6, 6-3, 6-4 से मात दी। यह मैच रोमांच से भरपूर रहा और तीन घंटे, दो मिनट तक चला। फेडरर ने पहला सेट टाई-ब्रेक में जीत लिया। लेकिन उसके बाद नडाल ने जल्द ही वापसी करते हुए अगला सेट 37 मिनट में जीत लिया।
रॉबर्टो बॉतिस्टा को हराकर छठीं बार विंबलडन के फाइनल में पहुंचे नोवाक जोकोविच
फेडरर ने इसके बाद भी धैर्य नहीं खोते हुए तीसरा सेट 6-3 से जीत लिया और मुकाबला चौथे सेट में चला गया। फेडरर यह सेट भी जीतकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। मैच जीतने के बाद फेडरर ने कहा- मैं थक गया हूं। अंत में यह काफी कठिन हो गया था। राफेल ने मैच में बने रहने के लिए कुछ अविश्वसनीय शॉट्स खेले।
बता दें कि दोनों खिलाड़ियों के बीच ऑल-टाइम सीरीज में अभी भी बाजी नडाल के हाथों 24-16 से लगी हुई है। उन्होंने इसी साल मई में फ्रेंच ओपन में फेडरर को हराया था जहां पर उन्होंने रिकॉर्ड 12वां ग्रेड स्लैम जीता था। मैच के बाद फेडरर ने एक बार फिर से कहा है- 'राफा के साथ जंग हमेशा बहुत स्पेशल होती है।