नई दिल्लीः गत चैंपियन नोवाक जोकोविच ने दूसरे सेमीफाइनल में डेनिस शापोवालोव को 7-6, 7-5, 7-5 से हराकर रविवार के पुरुष सिंगल फाइनल में इटली के माटेओ बेरेटिनी के साथ जगह बनाई। जोकोविच का यह 30वां ग्रैंड स्लैम फाइनल होगा।
मैच जीतने के बाद जोकोविक ने कहा, "वह पहले सेट के लिए सर्व कर रहा था, उसने दूसरे सेट के अधिकांश समय के लिए बेहतर खेला। वह एक रोमांचक खिलाड़ी है और हमें यकीन है कि आने वाले वर्षों में हम उसे और भी बहुत कुछ देखेंगे।"
34 साल के जोकोविक का कहना है कि हर मैच में अपनी क्षमता का अधिकतम उपयोग कर रहे हैं। करियर की इस स्टेज में उनके लिए ग्रेंड स्लैम ही सब कुछ हैं और वे उस खेल में इतिहास रचने के लिए गर्व महसूस करते हैं जिसको वो इतना प्यार करते हैं।
नाओमी ओसाका ने बताया, French Open विवाद के बाद मिशेल ओबामा, जोकोविच ने की मदद की पेशकश
#Wimbledon title No.6 is in reach.
— Wimbledon (@Wimbledon) July 9, 2021
Defending champion @DjokerNole is into his seventh final at The Championships with a straight sets victory over Denis Shapovalov pic.twitter.com/QpyX7Ho0eZ
इससे पहले आठवीं वरीयता प्राप्त माटेओ बेरेटिनी ने शुक्रवार को लंदन के सेंटर कोर्ट में विंबलडन चैंपियनशिप के पहले पुरुष सिंगल सेमीफाइनल में पोलैंड के विशाल-ह्यूबर्ट हर्काज को चार सेटों में हराया था।
हरकाज ने फेडरर को हराकर सनसनी फैलाई थी लेकिन वे इटली के 7वीं वरीयता प्राप्त बेरेटिनी से 6-3, 6-0, 6-7 (3), 6-4 से हार गए। इसके साथ ही यह पिछले 45 सालों में पहला मौका है जब इटली का कोई खिलाड़ी विंबलडन के फाइनल में पहुंचा है। अब उनको नोवाक जोकोविक की बड़ी चुनौती से पार जाना होगा।
25 साल का यह खिलाड़ी इससे पहले 2019 में यूएस ओपन के सेमीफाइनल तक का सफर तय कर चुका है।
जीत के बाद बेरेटिनी का कहना है कि उन्होंने यहां तक पहुंचने का सपना भी नहीं देखा था क्योंकि कुछ सपने तक के लिए बहुत बड़ी चीज है।
इटली के लिए खेल में चीजें बहुत खास गई हैं क्योंकि उनकी फुटबॉल टीम भी यूरो 2020 के फाइनल मुकाबले में पहुंच चुकी है और वे भी उसी दिन इंग्लैंड के खिलाफ खिताबी भिड़त करेंगे जिस दिन बेरेटिनी टेनिस में जोकोविक के सामने फाइनल में होंगे।