नई दिल्ली। फ्रेंच ओपन के युगल फाइनल मुकाबले में पहली बार पहुंचे भारत के सात्विकसाईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को रविवार रात को खेले गए फ्रेंच ओपन बैडमिंटन टूनार्मेंट में हार का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही वही इतिहास रचने से चूक गए। हालांकि सिल्वर मेडल के साथ वह पहले ही अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा चुके थे। भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी को फाइनल में इंडोनेशिया के मार्कस फेरनाल्दी गिडियोन और केविन संजया सुकामुल्जो के हाथों हार मिली। 35 मिनट तक चले मुकाबले में मार्कस और संजया ने अपने भारतीय प्रतिद्वंद्वियों को 21-18, 21-16 से हराया।
दुनिया के टॉप इंडोनेशियाई जोड़ीदारों और 11वें रैंक्ड भारतीय जोड़ीदारों के बीच यह अब तक का सातवां मुकाबला था। हर बार भारतीय जोड़ीदारों को मुंह की खानी पड़ी। 2018 के फ्रेंच ओपन में भारतीय जोड़ीदार मार्कस और संजया से हार गए थे। यह अलग बात है कि बीते साल उन्हें सेमीफाइनल में हार मिली थी।
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फाइनल मैच में हार के बाद भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईंराज रैंकीरेड्डी ने कहा है कि वह फ्रेंच ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से खुश हैं और अगली बार और ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
सात्विक ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा, 'फ्रेंच ओपन के हमारे पहले वर्ल्ड टूर 750 फाइनल में रजत पदक। इस सप्ताह मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं और अगली बार मैं अपने प्रदर्शन में सुधार करने तथा और बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा। मैं अपने प्रायोजक और साई का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया। मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आप सभी का शुक्रिया।'
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दुनिया के टॉप इंडोनेशियाई जोड़ीदारों और 11वें रैंक्ड भारतीय जोड़ीदारों के बीच यह अब तक का सातवां मुकाबला था। हर बार भारतीय जोड़ीदारों को मुंह की खानी पड़ी।