अजिंक्य रहाणे
इस बल्लेबाज का करियर अंत की ओर जाता दिख रहा है। रहाणे पहले उपकप्तान थे, लेकिन अफ्रीकी दाैरे के लिए उनका डिमोशन किया गया, उनकी जगह रोहित शर्मा को उपकप्तान चुन लिया गया। रहाणे पिछले कुछ महीनों से अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह सिर्फ एक मैच खेल पाए थे, जिसमें वह फ्लाॅस साबित हुए थे। एक बल्लेबाज के तौर पर पिछले 2 साल से उनका प्रदर्शन फ्लॉप रहा है। उन्होंने अपना आखिरी शतक पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया था। अगर वह अफ्रीकी के दौरे पर अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो यह उनका आखिरी दौरा हो सकता है। रहाणे आखिरी 12 टेस्ट मैचों में सिर्फ 411 रन ही बना सके हैं।
चेतेश्वर पुजारा
भरोसेमंद मुख्य बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा भी भरोसे के लायक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 2019 के बाद से टेस्ट क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगाया है। पुजारा की जगह खतरे में है क्योंकि घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी जगह की तलाश में हैं। इसलिए अगर वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में फ्लॉप रहते हैं तो यह सीरीज उनके लिए आखिरी सीरीज हो सकती है। पुजारा ने इस साल 13 टेस्ट खेले हैं, जिसमें वह सिर्फ 686 रन ही बना सके।
इशांत शर्मा
युवाओं क आगमन से इशांत को भी टीम में खुद को बनाए रखने के लिए दमदार प्रदर्शन दिखाना होगा। भारत के सबसे तेज गेंदबाज इशांत शर्मा टीम के सबसे सीनियर गेंदबाज हैं। उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में मौका दिया गया था। हालांकि वह एक भी विकेट नहीं ले पाए थे। उनकी गेंदबाजी पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने खुलकर बैटिंग की थी। ऐसे में उनके लिए भी अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ तो साउथ अफ्रीका का दौरा आखिरी दौरा हो सकता है।