काैन है वो खिलाड़ी?
यह खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि ओपनर केएल राहुल हैं जिन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में विराट कोहली की जगह कप्तान बनाया गया। कोहली चोट के कारण बाहर हुए जिसके कारण राहुल को कप्तानी साैंपी गई। द्रविड़ के कोच बनने के बाद राहुल की किस्मत खूब चमकी है। राहुल अभी 29 साल के हैं, ऐसे में उन्हें भविष्य का कप्तान भी देखा जा रहा है। हालांकि रोहित शर्मा को सीमित ओवरों का कप्तान बनाया गया है, लेकिन उनकी उम्र 34 साल हो चुकी है, ऐसे में उन्हें ज्यादा समय तक कप्तानी में टिके रहने की उम्मीदें नहीं लगाई जा सकतीं। लेकिन राहुल द्रविड़ की कोचिंग में ऐसा साफ हो चुका है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य बताैर कप्तान केएल राहुल के हाथों में होने वाला है।
2 साल तक नहीं खेला था कोई टेस्ट
केएल राहुल टेस्ट की कप्तानी करने पर खुश दिखाई दिए। हांलाकि एक समय था जब उन्हें टीम से बाहर किया गया था। राहुल ने 2014 में टेस्ट डेब्यू किया था। लेकिन उन्हें ज्यादा माैके नहीं मिले। सिर्फ साल 2018 में ही उन्हें ज्यादा 12 मैच खेलने का माैका मिला था। वहीं 2019 में तो उन्हें टीम से बाहर ही कर दिया था, जब वह 3 मैचों में सिर्फ 110 रन ही बना सके थे। राहुल को ना ओपनर के रूप में आजमाया गया ना मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में। लेकिन साल 2021 के अंत में उनके लिए चीजें बदल गईं। साल 2021 यानी कि दो साल बाद उनकी फिर से टेस्ट टीम में वापसी हुई जब भारतीय टीम इंग्लैंड दाैरे पर थी। यहां राहुल ने 4 मैच खेलते हुए 315 रन बनाए थे। इसमें एक शतक भी शामिल था। उनके इस प्रदर्शन को देख फिर जब नवंबर में द्रविड़ कोच बने तो उन्होंने उनपर भरोसा जताते हुए साउथ अफ्रीका दाैरे के लिए चुनने का फैसला लिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में राहुल ने शतक बना दिया। दूसरे टेस्ट में राहुल को कप्तानी साैंप दी गई। अगर कोहली तीसरे टेस्ट में उपलब्ध नहीं होते हैं तो उसमें भी राहुल ही कप्तानी करते दिखेंगे।
वनडे में भी कप्तानी करते दिखेंगे
यही नहीं, साउथ अफ्रीका दाैरे पर केएल राहुल वनडे सीरीज में भी टीम की कप्तानी करते दिखेंगे। तीन वनडे मैचों की सीरीज 19 नवंबर को शुरू होगी। हालांकि रोहित को कप्तान बनाया गया था, लेकिन वह चोटिल होने के कारण सीरीज से बाहर हो गए। ऐसे में चयनकर्ताओं ने रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर की बजाय राहुल को कप्तानी साैंपने का फैसला सुनाया। साथ ही यह भी सा फ कर दिया कि वे भविष्य के लिए राहुल को ही एक कप्तान के रूप में देख रहे हैं। खैर, भारतीय टीम का नया दाैर शुरू हुआ है जिसकी कहानी द्रविड़ ने लिखना शुरू कर दी है। अब देखना यह बाकी है कि क्या राहुल बीच-बीच में मिलने वाली बड़ी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाकर भविष्य के लिए खुद को कप्तान तैयार कर सकते हैं या नहीं।