बुरी तरह फेल हुआ विराट कोहली का दांव
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गये इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने केएल राहुल और ईशान किशन के रूप में नयी ओपनिंग जोड़ी को पारी का आगाज करने भेजा। यह 8 साल में पहली बार था जब रोहित शर्मा पारी का आगाज करने नहीं उतरे। हालांकि विराट कोहली का यह गेमप्लान कामयाब नहीं हुआ और पावरप्ले के अंदर उसके दोनों सलामी बल्लेबाज वापस पवेलियन लौट गये। वहीं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये रोहित शर्मा भी खुद को मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और महज 14 रन बनाकर आउट हो गये।
इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ मैच में शाहीन शाह अफरीदी ने पावरप्ले के दौरान भारतीय टीम के ओपनर्स रोहित शर्मा (0) और केएल राहुल (1) को वापस पवेलियन भेज दिया था और उस मैच में भारतीय टीम बमुश्किल 151 रनों का स्कोर खड़ा कर पायी थी। इस मैच में रोहित शर्मा पहली ही गेंद पर आउट हो गये थे, जिसके बाद लेफ्ट आर्म पेसर के खिलाफ उनकी कमजोरी सामने आ गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उनसे पारी का आगाज नहीं कराया ताकि उन्हें ट्रेंट बोल्ट का सामना न करने पड़े।
शाहीन अफरीदी के एक ओवर ने बदली विराट सेना की सोच
हालांकि भारतीय टीम का यह दांव उसी पर उल्टा पड़ा गया और ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर ईशान किशन महज 4 रन बनाकर आउट हो गये, तो वहीं पर टिम साउथी ने भी केएल राहुल का विकेट चटकाया। इस दौरान रोहित शर्मा एक बार फिर पहली ही गेंद पर वापस पवेलियन लौट सकते थे लेकिन एडम मिल्ने के कैच छोड़ने के चलते उन्हें जीवनदान मिल गया।
आकिब जावेद ने पीटीवी स्पोर्टस से बात करते हुए कहा,'टी20 क्रिकेट में रोहित शर्मा दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन शाहीन शाह अफरीदी के सामने आउट होते ही भारतीय टीम की सोच बदल जाती है। यह हमारे गेंदबाजों की उपलब्धि है कि एक मैच के बाद आप अपने ओपनर्स बदल देते हैं। आप ट्रेंट बोल्ट का सामना करने के लिये शुरू से ही लेफ्ट-राइट बैटिंग कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करना चाहते हैं और ईशान किशन को ले आते हैं। आपके डर के चलते रोहित को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करनी पड़ती है।'
रोहित को छुपने के बजाय करना चाहिये था ओपन
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज का मानना है पावरप्ले में ट्रेंट बोल्ट सिर्फ 2 ओवर ही फेंकने वाले थे, यह सभी को पता है और जब आपके पास टी20 क्रिकेट का इतना बड़ा खिलाड़ी हो तो आपको उसे छुपाने के बजाय ओपनिंग करने के लिये भेजना चाहिये था। यह सारा खेल कॉन्फिडेंस का है। अगर आपको अपने नंबर 1 खिलाड़ी पर ही विश्वास नहीं है कि वो चार्ज करने के लिये तैयार हैं तो पूरी टीम के पास नकारात्मक मैसेज जाता है और आपका जीतना मुश्किल हो जाता है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम को अपने बचे हुए अबुधाबी के मैदान पर खेलना है जहां पर उसे पहले अफगानिस्तान (3 नवंबर), स्कॉटलैंड (5 नवंबर) और 8 नवंबर (नामिबिया) से भिड़ना है।