ऐसी मानसिकता से कभी नहीं जीत सकती टीम
हालांकि विराट कोहली का यह बयान पूर्व भारतीय कप्तान और हरफनमौला खिलाड़ी कपिल देव को पसंद नहीं आ रहा है और उन्होंने इसको लेकर अपनी निराशा भी जताई है। हार के बाद कोहली ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा था कि यह काफी बुरा था, सच कहूं तो हम बल्ले और गेंद दोनों से ही बहादुरी नहीं दिखा सके। उनके इस बयान पर कपिल देव ने कहा कि मुझे लगता है कि यह सबसे आखिरी चीज है जो एक कप्तान के रूप में आपको कहना या महसूस करना चाहिये।
एबीपी न्यूज से बात करते हुए कपिल ने कहा,'उनके जैसे बड़े खिलाड़ी की ओर से यह बहुत ही कमजोर बयान है। अगर इस तरह की बॉडी लैग्वेज वाली टीम और इस तरह की सोच वाला कप्तान होगा तो किसी भी टीम के लिये उठकर खड़ा होना नामुमकिन है। मुझे वो शब्द सुनकर थोड़ी हैरानी हुई। वह इस तरह के खिलाड़ी नहीं हैं।'
कोहली पर उंगली उठना जायज
कपिल देव ने भारतीय टीम की बॉडी लैंग्वेज पर सवाल उठाते हुए कहा कि टॉस के बाद से ही पूरी टीम ऐसी नजर आयी जैसे उसने तभी जीत के बारे में सोचना छोड़ दिया है। मैच के बाद विराट कोहली ने जिस तरह का बयान दिया वह किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा,'वह एक फाइटर हैं, मुझे लगता है कि वह उस समय खोये हुए थे या हार का असर था। एक कप्तान को कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिये कि हम बहादुरी से नहीं खेले। आप देश के लिये खेल रहे हैं और उनमें जुनून है लेकिन जब आप ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे तो आप पर उंगली उठना जायज है।'
जितनी आलचोना की जाये कम है
गौरतलब है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली इस हार से भारतीय टीम के नेट रन रेट को भी काफी नुकसान हुआ है और उसका सेमीफाइनल में पहुंचना असंभव है। हार के बाद कपिल देव का मानना है कि जिस तरह से भारतीय टीम का प्रदर्शन रहा उसे देखते हुए उसकी जितना आलोचना की जाये कम है।
उन्होंने कहा,'मेरे पास शब्द नहीं है, हम कैसे किसी की इतनी आलोचना कर सकते हैं। एक टीम जो अभी आईपीएल खेलकर आ रही है, पिचों पर अभ्यास करने के बावजूद इस तरह का प्रदर्शन करे तो वहां पर आलोचना तो होगी ही। जब आप जीत हासिल करते हैं तो आपकी जितनी तारीफ की जाये कम ही लगती है, ठीक वैसे ही जिस तरह का क्रिकेट भारत ने खेला उनकी जितनी आलोचना की जाये कम है। आप लड़ते हैं और हारते हैं तो समझ आता है लेकिन आज के मैच में एक खिलाड़ी से ऐसा प्रदर्शन नहीं आया जिसे लेकर हम खुश हो सकें।'