पहले उलझे, फिर लगाया शतक
बेयरस्टो अपने खराब प्रदर्शन के कारण अपनी टीम के ही दो पूर्व कप्तानों की आलोचना का सामना कर रहे थे लेकिन उन्हें इंतजार था ऐसे लम्हें का जब वो उसका जवाब दे सकें। हालांकि उन्होंने पारी के साथ जवाब भी दे दिया। एक बार फिर रॉय के साथ फिट होकर, बेयरस्टो पहले मोहम्मद शमी द्वारा पहले पांच ओवर में कम से कम 2 बार आउट होने से बचे थे। शमी की स्विंग गेंदों को वो समझ नहीं पा रहे थे। उनपर हमला हो रहा था और जसप्रीत बुमराह द्वारा उन पर फेंकी गई गेंदों से वो उलझ रहे थे लेकिन एक बार जब उन्होंने किसी तरह उस प्रारंभिक दीक्षा के दौरान बल्लेबाजी की, तो उन्होंने एक यादगार पारी का निर्माण किया। उन्होंने शानदार 111 रन बनाए जिससे इंग्लैंड 31 रनों से मैच जीतने में कामयाब हुआ।
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स्पिनरों की खूब की धुनाई
बेयरस्टो ने अपनी पारी में 10 चाैके और 6 छक्के लगाए। उन्होंने भारतीय स्पिनरों की भी खूब धुनाई की। युजवेंद्र चहल की गेंद को 4 बार छक्के के लिए बाउंड्री पार भेजा, वहीं कुलदीप यादव को आराम से खेला। उन्होंने बाउंड्री पाने के लिए स्लॉग-स्वीप का भी इस्तेमाल किया। भारतीय स्पिनर्स पूरी तरह से उन्हें रोकने के लिए विफल रहे।
लक्ष्मण को दिया श्रेय
बेयरस्टो को बाद में इस पार के लिए मैन ऑफ द मैच पुरस्कार से नावाजा गया। बेयरस्टो ने खुलासा किया है कि किसने उन्हें स्पिनरों पर हावी होने में मदद की। बेयरस्टो के पूर्व शिक्षक वीवीएस लक्ष्मण हैं। बेयरस्टो आईपीएल में सनराइजर्स के स्टार हैं। लक्ष्मण टीम के मेंटर भी हैं। हैदराबाद के लिए खेलते हुए लक्ष्मण की सलाह से बेयरस्टो को मदद मिली। बेयरस्टो ने कहा, ''बिल्कुल वीवीएस लक्ष्मण ने आईपीएल में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए स्पिन के खिलाफ अपनी जानकारी से मेरी मदद की। वे स्पिन का सामना करने वाले बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं।'' बेयरस्टो ने आगे कहा, ''मैंने बेसिक्स को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी की, उन्होंने अच्छी गेंदबाज़ी की और कुछ बल्ले के बाहरी किनारे से गेंद चौके के लिए गई। इस टूर्नामेंट में ये सबसे बेहतरीन प्रदर्शन के बेहद करीब था. क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे लिए आखिर के ये तीनों मैच जीतना बेहद जरूरी था।
IPL कारण खिलाड़ी-कोच का रिश्ता मजबूत बना
विशेष रूप से लेकिन न केवल इंडियन प्रीमियर लीग के कारण बल्कि कुछ अन्य लीगों के कारण खिलाड़ियों और कोचों के बीच का रिश्ता बड़ा अहम हो गया है। कोच ने खिलाड़ी का दिमाग पड़ना शुरू कर दिया है और उसे फिर अपने तर्क देना भी शुरू कर दिए हैं। हाल ही में पाकिस्तान के क्रिकेटर अब्दुल रज्जाक ने हार्दिक पांड्या को एक बेहतरीन आलराउंडर बनाने के लिए बीसीसीआई से समय मांगा था। बिशन बेदी ने भी पाकिस्तानी पाकिस्तानी इकबाल कासिम और तौसीफ अहमद को गेंदबाजी के गुर साझा किए थे।
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