भारत की जीत में मुंबई इंडियंस की चर्चा-
इस समय मुंबई इंडियंस एक बार फिर से चर्चा में है और इसका कारण एमआई के खिलाड़ियों द्वारा नेशनल लेवल पर इंग्लैंड के खिलाफ किया गया प्रदर्शन है। आज के समय में भारतीय क्रिकेट में छोटी फॉर्मेट में मुंबई के प्रभाव को दरकिनार नहीं किया जा सकता। मुंबई इंडियंस का जो इंफ्रास्ट्रक्चर है उसमें ना केवल लोकल टैलेंट को तराशा जाता है बल्कि दूसरे शहरों और राज्यों से आए युवाओं को भी उतना ही एक्सपोजर मिलता है।
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रोहित शर्मा टी20 क्रिकेट या फिर सफेद केंद्र क्रिकेट में दुनिया के सबसे बेहतरीन ओपनर में से एक है और शायद वे T20 फॉर्मेट में बेस्ट कैप्टन भी है। रोहित शर्मा एक मुंबईकर है और मुंबई इंडियंस के चेहरे भी हैं। भारतीय उपकप्तान की तरह सूर्यकुमार यादव भी एक और ऐसे खिलाड़ी है जो ना केवल घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हैं बल्कि मुंबई इंडियंस के लिए एक स्थापित मैच विजेता भी है। श्रेयस अय्यर एक और खिलाड़ी है जो आईपीएल में कप्तानी तो दिल्ली कैपिटल्स की टीम की करते हैं लेकिन वे भी मुंबई स्कूल से ही निकले हुए उत्पाद है। और साथ ही हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन समय के साथ जिस तरह से खिल रहा है वे भी भारतीय क्रिकेट की एक और सुखद कहानी है।
मुंबई क्रिकेट का ढांचा भारतीय टीम को पहुंचा रहा फायदा-
आप जसप्रीत बुमराह के बारे में जानते हैं जो हर फॉर्मेट में भारत के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं और मुंबई इंडियंस के प्रीमियम पेसर हैं। बुमराह मूल रूप से तो गुजरात के हैं लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट में मुंबई इंडियंस का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं और ऐसी ही कहानी ईशान किशन की है जिन्होंने 22 साल की उम्र में जो प्रतिभा दिखाई है वह बेमिसाल है। ईशान किशन मुंबई इंडियंस के साथ हैं और उनको आईपीएल 2020 में सबने नोटिस किया है। इशान किशन ने विजय हजारे ट्रॉफी में 173 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।
भारत बेहतर या मुंबई इंडियंस, ये सवाल है मजेदार
ईशान किशन और जसप्रीत बुमराह की तरह हार्दिक पंड्या भी एक और ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके प्रदर्शन ने बताया है कि भले ही आप मुंबई से सीधा ताल्लुक नहीं रखते लेकिन आप मुंबई क्रिकेट से जुड़ने का फायदा जरूर उठा सकते हैं। इस समय भारतीय क्रिकेट में हार्दिक पंड्या से बेहतर स्ट्राइक रेट किसी का नहीं है जिन्होंने 143.24 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की है।
पांड्या को भारतीय टीम में अक्सर निचले ऑर्डर पर भेजा जाता है तो इसका कारण अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाने की उनकी क्षमता है जिसका कोई भी तोड़ नहीं है। हालांकि हमने ऑस्ट्रेलिया के दौरे के दौरान एक नए पांड्या को देखा जो देखभाल शॉट्स खेलता है और आक्रामकता भी बरकरार रखता है। अगर पांड्या को इस रूप में थोड़ा और ऊपर भेज दिया जाए तो कौन जानता है कि टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर भी मुंबई इंडियंस जैसा घातक हो जाए?