बोल्ट ने रोहित को चकमा दिया-
रोहित और ट्रेंट बोल्ट दोनों ही मुंबई इंडियंस टीम से खेलते हैं और उनकी ही टीम के एक और साथी सूर्यकुमार यादव यहां पर चमक उठे जिन्होंने 62 रनों की बेहतरीन पारी खेली। सूर्यकुमार यादव को भी बोल्ट ने हीं चलता किया। लेकिन, ऋषभ पंत अंत तक नाबाद रहे और उन्होंने 17 गेंदों पर 17 रनों की पारी खेलते हुए अंतिम क्षणों में कोई हड़बड़ाहट नहीं दिखाई जिसके चलते भारत अंतिम ओवर में 10 रनों का स्कोर भी आसानी से बना पाया।
रोहित शर्मा अपनी पारी के दौरान बहुत अच्छे दिखाई दे रहे थे लेकिन ट्रेंट बोल्ट ने उनको आउट करने के लिए एक धीमी बाउंसर फेंकी जिससे उनकी पारी का अंत हो गया। रोहित ने इस धीमी बाउंसर गेंद को शार्ट फाइन लेग की ओर हिट करने की कोशिश की लेकिन गेंद डीप मिडविकेट फील्डर के पास चली गई और वे रचिन रविंद्र से पार नहीं पा सके।
रोहित ने कहा- मैं जानता था बोल्ट क्या करने वाले हैं
रोहित शर्मा ने बताया है कि ट्रेंट बोल्ट ने उनको बेवकूफ बनाने की कोशिश की है क्योंकि वह अपने मुंबई इंडियंस के दिनों के दौरान ट्रेंट बोल्ट से इस तरह की चीजें डिस्कस करते रहते हैं और तेज गेंदबाज ने यही काम उनके खिलाफ करके दिखा दिया। रोहित कहते हैं कि, हमने साथ में काफी क्रिकेट खेला है और वे मेरी कमजोरियों को जानते हैं और मैं भी उनके ताकत को जानता हूं। यह हमारे बीच का अच्छा मुकाबला था। जब मैं उनके सामने कप्तानी करता हूं तो मैं उनको हमेशा कहता हूं कि बल्लेबाजों को थोड़ा सा बेवकूफ बनाइए और उन्होंने मेरे साथ भी यही किया। उन्होंने मिड विकेट पीछे रख दिया और फाइनल लेग आगे रख और मैं जानता था कि वे अब एक बाउंसर गेंद फेकेंगे। मैंने इसको फील्डर के ऊपर से उड़ाने की कोशिश की लेकिन बोल्ट ने उस गेंद को ज्यादा गति ही नहीं दी।
नए खिलाड़ियों के लिए सीखने का मौका- रोहित
इसके साथ ही रोहित ने कहा कि फुल टाइम कप्तान होने के बाद मिली पहले ही मैच की जीत काफी अच्छी रही। राहुल द्रविड़ और रोहित को इस बात की तसल्ली होगी की विजयी रन ऋषभ पंत के बल्ले से आया।
रोहित कहते हैं कि, हमने अंत में देखा कि खिलाड़ियों के लिए अच्छी सीख थी क्योंकि उन्होंने पहले भारत के लिए इस तरह की स्थिति का सामना नहीं किया था। ये उनके लिए अच्छा सबक था कि क्या करना चाहिए। आपको हर बार हिट करने की जरूरत नहीं है। गेंद को फील्डर के इधर-उधर मारते हुए सिंगल या डबल्स निकालते रहिए या फिर बाउंड्री को ढूंढते रहिए।
रोहित कहते हैं कि नए खिलाड़ियों की क्षमता की परख यहां पर होगी और जिस तरह से युवाओं ने अंतिम 3-4 ओवर में खेल दिखाया वह शानदार था।