Australia vs India 2nd Test Boxing Day Match: नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज (Border Gavaskar Test Series) का दूसरा मैच बॉक्सिंग डे पर मेलबर्न के मैदान पर शुरू हो गया है। भारत के खिलाफ एडिलेड में मिली 8 विकेट की जीत के बाद कंगारू टीम ने मेलबर्न में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम का यह फैसला कुछ खास उनके पक्ष में जाता नजर नहीं आया और भारतीय गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में महज 195 रन ही बना सकी और ऑल आउट हो गई।
ऑस्ट्रेलिया के लिये मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) ने सबसे ज्यादा 48 रनों की पारी खेली तो वहीं पर ट्रैविस हेड ने 38 रन बनाये। वहीं भारत की ओर से तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 4 विकेट हासिल किये तो वहीं रविचंद्रन अश्विन ने भी महज 25 रन देकर 3 विकेट हासिल किये। अश्विन ने स्टीव स्मिथ को एक बार फिर अपनी फिरकी का शिकार बनाया और बिना खाता खोले वापस पवेलियन भेजा।
और पढ़ें: PAK vs NZ: 'आउट हो जा भूतनी के', बे-ओवल के मैदान पर निकोल्स की बल्लेबाजी से झल्लाये यासिर शाह
मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) से जब उनकी टीम के बल्लेबाजों के फ्लॉप शो को लेकर सवाल किया गया तो वह डिफेंसिव होते नजर आये और कहा कि जरूरी नहीं है कि हर बार टीम के सभी 6 बल्लेबाज रन बनायें।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,'यह सच है कि हमारे बल्लेबाज बेहतर कर सकते थे, हमारे तीन बल्लेबाज कुछ ऐसे आउट हुए जिस तरह से उन्हें अपना विकेट नहीं गंवाना चाहिये था, हालांकि आपको भारतीय गेंदबाजों की भी तारीफ करनी होगी, जो इस बार बेहतर रणनीति के साथ आये थे, और ज्यादा सीधी लाइन लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हुए रन न बनाने देने का दबाव पैदा कर रहे थे। उनका प्लान कामयाब हुआ और हमारे बल्लेबाज अपना विकेट गंवा बैठे। हालांकि हमने एक बैटिंग यूनिट की तरह इसका सामना किया। यह जरूरी नहीं है कि आपकी टीम के सभी 6 बल्लेबाज हर बार विपक्षी टीम के खिलाफ रन बना सकें। कई बार एक या दो बल्लेबाज ही काफी होते हैं। हालांकि हमारी कोशिश होगी कि हम बैटिंग यूनिट के रूप में वापसी करें।'
गौरतलब है कि मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) ने सबसे ज्यादा गेंदों का सामना किया और 132 गेंदें खेलते हुए 48 रनों की पारी खेली। वहीं जब उनसे अश्विन के खिलाफ लड़खड़ाती ऑस्ट्रेलियाई टीम के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारतीय गेंदबाज नये प्लान के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं, जैसे की लेग में फील्डर रखकर सीधी बॉलिंग करना, हम उन्हें समझने और सीखने की कोशिश कर रहे हैं। इसका यही उपाय है। हम एक बैटिंग यूनिट के रूप में सिर्फ सीख ही सकते हैं।