नई दिल्ली। आईसीसी की ओर से आयोजित की गई विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के पहले फाइनल मैचों में न्यूजीलैंड की टीम के हाथों खिताब गंवाने के बाद विराट सेना को अब इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। सीरीज का पहला मैच 4 अगस्त को खेला जाना है, वहीं सीरीज से पहले कई रिपोर्ट सामने आ रही हैं कि इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी में कई बदलाव किये जा सकते हैं। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की हार और इंग्लिश परिस्थितियों में खुद को साबित करने की चुनौती भारतीय टीम के लिये काफी बड़ा चैलेंज साबित होने वाला है।
जहां इसको लेकर खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ी भारतीय टीम के बल्लेबाजों को सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं तो वहीं पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम को न घबराने की सलाह देते हुए कहा कि इस सीरीज के दौरान पिच बल्लेबाजी के लिये बेहतर होगी।
द टेलीग्रॉफ के लिये लिखे अपने कॉलम में सुनील गावस्कर ने कहा,'इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को लेकर विराट सेना को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। अगस्त-सितंबर के महीने के दौरान इंग्लैंड में मौसम ज्यादा खुला रहता है और बादल के बजाय धूप देखने को मिलती है। इसके चलते पिच पर नमी नहीं होगी और पूरे सम्मान के साथ अगर जेम्स एंडरसन-स्टुअर्ट ब्रॉड की जोड़ी विकेट चटकाने में नाकाम रही तो उन्हें अगले स्पेल में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।'
गावस्कर ने आगे लिखा कि भारत के लिये इंग्लिश समर की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और उसे टेस्ट चैम्पियनशिप में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि भारतीय टीम ने पहले भी कई बार यह कर के दिखाया है कि वो निराशा क बाद वापसी करके दिखाते हैं और खुद का भाग्य बदलने में कामयाब रहते हैं।
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गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में भारतीय टीम का रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। साल 2018 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर थी तो 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में उसे 4-1 से हार का सामना करना पड़ा, वहीं 2014 में उसे 3-1 से हार की शर्मनाक हार मिली थी। हालांकि अब भारतीय टीम अपनी उस हार का बदला लेना चाहेगी और इंग्लिश समर को इंडियन समर में बदलने की तैयारी में है।