नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी टेस्ट सीरीज के पहले मैच में डीन एल्गर (160) और क्विंटन डी कॉक (111) ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली और भारत के खिलाफ अपने संघर्ष को जिंदा रखा है, हालांकि आखिरी सेशन में रविचंद्रन अश्विन एक बार फिर भारत को मैच में वापस ले आये हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने आठ विकेट के नुकसान पर 385 रन बना लिए हैं। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 502 रनों पर घोषित की थी जिसके जवाब में मेहमान टीम अभी भी भारत से 117 रन पीछे है। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने कहा कि भारत में खेलना आसान नहीं है।
डीन एल्गर ने कहा,' दक्षिण अफ्रीका की ओर से लगाया गया यह शायद उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ शतक है, हालांकि भारत में बल्लेबाजी करना काफी कठिन है।' भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में खेली गयी इस पारी का श्रेय काउंटी क्रिकेट को दिया जहां उन्हें आर अश्विन सहित कई चोटी के स्पिनरों का सामना करना पड़ा।
और पढ़ें: IND vs SA, 1st Test: धमाके के साथ अश्विन ने की वापसी, 27वीं बार किया यह कारनामा
एल्गर ने कहा, 'टीम के लिए एक बार फिर योगदान देकर अच्छा लगा। भारत में खेलना काफी कठिन है। मैं यहां अंतिम बार खेला था और काफी अनुभवी थी। चार साल में मैं एक खिलाड़ी के तौर पर परिपक्व हुआ हूं। इस दौरान मैंने काउंटी खेली है और इससे मुझे काफी फायदा हुआ है।'
एल्गर ने 160 रन बनाये जिससे दक्षिण अफ्रीका तीसरे दिन वापसी करने में सफल रहा।
उन्होंने कहा, 'हम जानते थे कि यह मुश्किल होने वाला है। हम जानते थे कि हमें टूटती पिच पर अच्छे स्पिनरों का सामना करना होगा। लेकिन मुझे पता था कि अगर हम खुद को स्कोर बनाने का पूरा मौका देते हैं तो हम अच्छी स्थिति में पहुंच सकते हैं। '
एल्गर के अलावा क्विंटन डिकाक ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और 111 रन बनाये। एल्गर ने कहा कि उन्होंने अपनी पिछली गलतियों से काफी सबक लिया।
और पढ़ें: जब एडमिशन से किया इंकार तो इस महिला क्रिकेटर ने लड़का बन ली ट्रेनिंग, जानिये कौन यह खिलाड़ी
एल्गर ने अपनी पारी के दौरान अच्छा साथ देने वाले टी-20 टीम के कप्तान क्विंट डी कॉक की तारीफ की और कहा, 'मैं क्विनी के लिए काफी खुश हूं। वह एक जीनियस हैं। मैं हैरान नहीं हूं कि वह यहां शतक लगाने में सफल रहे। मेरी नजर में यह क्विनी के शानदार करियर की शुरुआत है।'
एल्गर ने मुश्किल हालात का सामना करते हुए 287 गेंदों का सामना कर 160 रनों की नायाब पारी खेली। अपनी इस पारी के दौरान एल्गर ने फॉफ डुप्लेसिस (55) और क्विंटन डी कॉक (111) के साथ बहुमूल्य साझेदारियां कर अपनी टीम को न सिर्फ फॉलोऑन से बचाया बल्कि अच्छी स्थिति में भी पहुंचा दिया।