रहाणे-पुजारा के लिये भी हो सकता है आखिरी दौरा
यही वजह है कि साउथ अफ्रीका दौरे पर इशांत शर्मा, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन चयनकर्ताओं के रडार पर रहेगा। इशांत शर्मा पिछले दो मैचों में विकेट लेने में नाकाम रहे हैं, तो वहीं पर अजिंक्य रहाणे के बल्ले से बड़ी पारी निकले जमाना हो गया है। यही कारण है कि साउथ अफ्रीका दौरे पर अजिंक्य रहाणे से उपकप्तान की जिम्मेदारी ले ली गई है। वहीं पर चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से अच्छी पारियां जरूर आयी हैं लेकिन उनके बल्ले से निरंतरता नहीं रही है, जिसे देखते हुए उनके प्रदर्शन पर भी सभी की नजर रहने वाली है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बीसीसीआई के एक टॉप अधिकारी ने कहा,'रहाणे को उपकप्तानी से हटाना चयनकर्ताओं की तरफ से जारी की गई वार्निंग है, जिसमें साफ सिग्नल दिया गया है कि टीम में जगह बनाये रखने के लिये उन्हें प्रदर्शन करना होगा। वह टीम के सीनियर खिलाड़ी हैं ऐसे में उन्हें ज्यादा योगदान देने की जरूरत है। कुछ ऐसा ही पुजारा के लिये भी है जो कि लंबे समय से टीम के साथ हैं और अब टीम उनसे मुश्किल मैचों में उन्हें अपना रोल निभाने की ओर देख रही है।'
इशांत के लिये साबित होगा आखिरी दौरा
गौरतलब है कि इस बात को ज्यादा समय नहीं हुआ है जब इशांत शर्मा भारतीय टीम के पेस अटैक के सूत्रधार माने जा रहे थे और गेंदबाजी अटैक का नेतृत्व कर रहे थे, हालांकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के उदय ने उनके स्थान पर भी प्रभाव डाला और अब उनके लिये अपनी जगह को बरकरार रखना मुश्किल हो गया।
बीसीसीआई अधिकारी ने आगे कहा,'अगर साउथ अफ्रीका दौरे पर रहाणे और पुजारा रन बनाने में कामयाब होते हैं और भारतीय टीम के लिये उपयोगी पारियां खेलते हैं तो शायद उनके टेस्ट करियर को बढ़ाया जा सकता है लेकिन इशांत के मामले में यह आखिरी सीरीज होगी जिसमें वो भारतीय टीम की जर्सी में खेलते नजर आयेंगे।'
क्या संन्यास ले सकते हैं इशांत शर्मा
आपको बता दें कि अपने नियमित पेस अटैक के अलावा भारतीय टीम प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान, उमरान मलिक और नवदीप सैनी जैसे तेज गेंदबाजों को तैयार करने पर जोर दे रही है। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में इशांत पहले चोट की वजह से टीम में जगह नहीं बना पाये थे, लेकिन जब ठीक हो गये उसके बावजूद उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई। इशांत शर्मा के प्रदर्शन में पिछले कुछ समय में काफी गिरावट देखने को मिला है, जिसकी वजह से चयनकर्ता उन पर नजर बनाये हुए हैं। पिछले एक साल में इशांत शर्मा ने 8 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 32.71 की औसत से सिर्फ 14 विकेट अपने नाम किये हैं। ऐसे में अगर चयनकर्ताओं ने उन्हें आखिरी बार मौका देने का फैसला किया है तो हो सकता है कि वो इस सीरीज में अपना फेयरवेल गेम खेलकर संन्यास का ऐलान कर दें।