सहवाग ने किया कोहली की कप्तानी का बचाव
इस बीच भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने विराट कोहली का बचाव किया है और कहा है कि उन्हें कप्तानी से हटाने पर आरसीबी में कउच नहीं होगा। सहवाग का मानना है कि भले ही कप्तान कोहली 8 साल में अपनी टीम को खिताब जिता पाये हों लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिये उन्हें कप्तानी से हटाना सही फैसला नहीं होगा।
सहवाग का मानना है कि विराट कोहली एक बेहतरीन कप्तान हैं जो कि टीम मैनेजमेंट के खराब निर्णय और खिलाड़ियों के गलत संयोजन का शिकार हुए हैं। उन्हें उनकी कमान से हटाने पर कुछ नहीं होगा बल्कि अगर उन्हें हटाया जाता है तो आरसीबी की मैनेजमेंट और अच्छे खिलाड़ियों को शामिल करने में नाकाम ही होगा।
मैनेजमेंट को कप्तान बदलने के बजाय टीम पर देना चाहिये ध्यान
क्रिकबज से बात करते हुए सहवाग ने कहा,' किसी भी टीम के लिये उसके कप्तान का अच्छा होना उतना ही जरूरी होता है जितना की उसकी टीम का अच्छा होना। कोहली ने जब भारत के लिये कप्तानी की है तो उन्होंने मैच जीतकर टीम के लिये रिजल्ट देने का काम किया है। उन्होंने हर प्रारूप में जीत हासिल की है। लेकिन जब आरसीबी की बात होती है तो वह प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। किसी भी कप्तान के पास अच्छी टीम का होना बेहद जरूरी है। मेरा मानना है कि आरसीबी के मैनेजमेंट को अपना कप्तान बदलने के बजाय इस बात पर ध्यान देना चाहिये कि कैसे उनकी टीम को बेहतर बनाया जा सकता है। टीम में किन खिलाड़ियों को जोड़ना चाहिये जिससे प्रदर्शन बेहतर हो सकता है।'
सहवाग ने बताया कैसे चैम्पियन बनेगी आरसीबी
गौरतलब है कि आरसीबी की टीम ने इस सीजन खेले अपने पहले 10 मैचों में से 7 में जीत हासिल की थी लेकिन उसके बाद खेले गये लगातार 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। सहवाग ने आरसीबी को बेहतर टीम बनने की सलाह देते हुए कहा कि इस टीम को एक ऐसी सलामी जोड़ी की दरकार है जिसके पास निरंतरता हो तो वहीं एक अच्छे फिनिशर की भी दरकार है। आरसीबी के लिये देवदत्त पाड्डिकल, एबी डिविलियर्स और विराट कोहली अगले साल खराब किस्मत को बदलने का काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा,' आप किसी भी टीम पर नजर डाल कर देखिये सभी के पास सेटल्ड बल्लेबाजी क्रम है लेकिन आरसीबी के पास विराट कोहली और एबीडिविलियर्स के अलावा कोई नहीं है। इस साल देवदत्त पाड्डिकल के आने से टीम को कुछ राहत जरूर मिली है पर टीम को अभी ऐसे युवा खिलाड़ियों में अपना विश्वास दिखाने की और जरूरत है।'