13वें ओवर में मिलर ने बदला मैच
गौरतलब है कि राजस्थान की टीम ने अपने आधे से ज्यादा बल्लेबाज पहले 10 ओवर के अंदर खो दिये बावजूद इसके वह जीत हासिल करने में कामयाब रही। मैच के बाद आशीष नेहरा ने ऋषभ पंत की कप्तानी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अश्विन का एक ओवर न पूरा कराना और स्टॉयनिस के एक ओवर में चौकों की हैट्रिक लगना हार की बड़ी वजह रहा।
उन्होंने कहा,'अश्विन ने सिर्फ 3 ओवर ही गेंदबाजी की। जब राजस्थान 148 रनों का पीछा कर रही थी तो एक वक्त ऐसा भी था जब राजस्थान ने अपने टॉप 5 बल्लेबाजों को खो दिया था और मैदान पर 2 लेफ्ट हैंडर्स खेल रहे थे। डेविड मिलर- राहुल तेवतिया की मौजूदगी में आप अश्विन का इस्तेमाल कर सकते थे।'
पंत की यह गलती दिल्ली पर पड़ी भारी
नेहरा ने क्रिकबज से बात करते हुए आगे कहा कि जब तेवतिया आउट हो गये तो मिलर ने मॉरिस के साथ साझेदारी की, आपके पास तब भी अश्विन से गेंदबाजी कराने का विकल्प था। राजस्थान की टीम 6 विकेट खो चुकी थी और अगर इस वक्त अश्विन एक विकेट निकाल लेते तो दिल्ली की टीम आसानी से इस मैच को जीत जाती।
आशीष नेहरा का मानना है कि ऋषभ पंत को मार्कस स्टॉयनिस की तरफ रुख करने से पहले अश्विन के 4 ओवर्स का कोटा पूरा करा लेना चाहिये था।
मैं होता तो अश्विन से कराता बॉलिंग
नेहरा ने आगे कहा कि अगर क्रीज पर संजू सैमसन या रियान पराग जैसे दायें हाथ के बल्लेबाज होते और आप अश्विन को गेंदबाजी नहीं देते तो फिर भी समझ आता है लेकिन 2 लेफ्ट हैडर्स के मौजूद होने के बावजूद आपका अश्विन को न लाने का फैसला गलत है।
उन्होंने कहा,'मैं उन परिस्थितियों में मार्कस स्टॉयनिस को गेंद थमाने के बजाय अश्विन से गेंदबाजी कराता। अगर क्रीज पर सैमसन या रियान पराग जैसे दायें हाथ के बल्लेबाज होते और प्रति ओवर 9-10 रन चाहिये होते तो शायद मैं उन्हें गेंदबाजी नहीं देता। आपने अश्विन को सिर्फ इसलिये गेंदबाजी नहीं दी कि आपको लगा कहीं वो एक ओवर में 2-3 छक्के न खा लें।'