क्रिस मॉरिस-
यह तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर दक्षिण अफ्रीका का है और उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के साथ 2013 में अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। क्रिस मॉरिस के पास कई तरह की काबिलियत है जैसे कि वह एक तेज गेंदबाज है जो डेथ ओवर में सटीकता से गेंदबाजी कर सकते हैं और साथ ही वह एक उपयोगी निचले क्रम के बल्लेबाज भी हैं जो डेथ ओवर में तेजी से रन भी बना सकते हैं। ऐसे खिलाड़ियों की T20 क्रिकेट में जरूरत होती है। उन्होंने अपनी आईपीएल यात्रा की शुरुआत में कुल 16 मैच खेले थे जिनमें से बल्ले से ज्यादा कुछ नहीं कर पाए लेकिन 14 विकेट उन्होंने चटकाए थे। हालांकि वे 2014 का सीजन नहीं खेल पाए और बाद में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेले। वह बाद में अपने प्रदर्शन के दम पर नाम बनाते गए और बाद में उनको राजस्थान रॉयल्स ने चुना। हाल ही में हुई आईपीएल नीलामी के दौरान वह सबसे महंगे खिलाड़ी भी बने।
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विजय शंकर
विजय शंकर का हाल ही में उत्थान हुआ जिसके दम पर वह भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे। उनका नेशनल डेब्यू 2018 में हुआ था। लेकिन आपको बता दें कि वह साल 2014 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए भी खेल चुके थे। उस समय वह एक युवा लड़के थे जो वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी जगह ढूंढ रहे थे। उनको केवल एक ही मैच खेलने का मौका मिला था जहां पर उन्होंने एकमात्र ओवर में 19 रन दे दिए थे जबकि बल्लेबाजी करने को भी नहीं मिली थी। वह फिररिलीज कर दिए गए और उनको बाद में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीद लिया जहां पर उनको 4 गेम खेलने को मिले। यह दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम थी जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना। उसके बाद उन्होंने भारत के लिए भी अपना डेब्यू किया लेकिन अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। फिलहाल वह सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा है जहां वह सीनियर ऑलराउंडर के तौर पर खेलते हैं।
रिद्धिमान साहा-
बंगाल के इस विकेटकीपर को लोग दादा बुलाते हैं क्योंकि वह उम्र दराज है और जहां तक आईपीएल का सवाल है तो काफी अनुभवी भी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह 2008 से ही इस लीग का हिस्सा है। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेलते हुए अपनी यात्रा की शुरुआत की और 3 साल फ्रेंचाइजी को दिए। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए 33 मैच खेले जहां पर वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे। हालांकि बाद में उनको 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स ने ले लिया। लेकिन उनके करियर में यह पड़ाव कोई ज्यादा फलदायक साबित नहीं हुआ क्योंकि उनको 3 सालों में केवल 14 ही मैच खेलने को मिले। इस दौरान वे 144 रन बना पाए और किसी ने भी उनको नोटिस नहीं किया। उनका आईपीएल का कैरियर पटरी पर वापस तब आया जब किंग्स इलेवन पंजाब ने साल 2014 में उनको ले लिया। यह टीम टीम के रेगुलर विकेटकीपर बल्लेबाज बने रहे जहां पर उन्होंने 4 साल के दौरान 57 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने कीपर के तौर पर 48 शिकार किए और बल्लेबाज के तौर पर 1115 रन बनाए। उनकी सबसे यादगार पारी 2024 के संस्करण के फाइनल में देखने को मिली जब उन्होंने नाबाद 115 रनों की झड़ी लगाई थी। फिलहाल वह सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हैं जिन्होंने उनको 2018 में लिया था।
सैमुअल बद्री-
एक और नाम आता है सैमुअल बद्री का जो कि भारतीय मूल के हैं और कैरेबियाई देशों की ओर से क्रिकेट खेलते हैं। कुछ साल पहले की बात है जब यह स्पिनर काफी चर्चित नाम था क्योंकि वह कलाइयों से गेंदबाजी करता था। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत राजस्थान रॉयल के साथ की और 2014 में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा बन गए। लेकिन उनको केवल चार ही मैच खेलने को मिले जहां पर दो ही विकेट चटका पाए। इसका कारण यह था कि चेन्नई सुपर किंग्स के पास रविचंद्र अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे वर्ल्ड क्लास स्पिनर पहले ही टीम में थे। बाद में सैमुअल बद्री को 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने खरीदा और इस लेग स्पिनर को कुछ सफलता मिलनी शुरू हुई। अपने डेब्यू मैच में, जो कि आरसीबी के लिए था, उन्होंने हैट्रिक लगाई। और उस समय विपक्षी टीम थी सुपर शक्तिशाली मुंबई इंडियन और उनकी हैट्रिक बॉल हिटमैन रोहित शर्मा को आउट करने वाली थी। उन्होंने 4 ओवर में 9 रन देकर चार विकेट लिए। वह फ्रेंचाइजी के हिस्से बने रहे लेकिन उसके बाद उनको ज्यादा मौके नहीं मिले।
जॉर्ज बेली
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज और पूर्व कप्तान जॉर्ज बैली आईपीएल का हिस्सा 2009 से थे। उनको चेन्नई सुपर किंग्स ने उस समय बेस प्राइज में खरीदा था। वह 2 साल तक फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े रहे लेकिन केवल चार ही मैच खेल पाए। उन्होंने तब प्रदर्शन के बूते किसी को प्रभावित नहीं किया तो टीम से भी रिलीज हो गए। इसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब ने 2014 में इस खिलाड़ी को लिया। वह टीम के कप्तान भी बने जिसने कुछ किस्मत में फेरबदल भी किया। उन्होंने 2015 में भी खेला लेकिन इस बार पुराना प्रदर्शन दोहरा नहीं पाए। बाद में राइजिंग पुणे सुपरजॉयंट की टीम ने 2016 में उनको लिया जहां पर उन्होंने कुछ मैच खेले। उसके बाद वह आईपीएल में कोई ज्यादा नाम नहीं कमा सके।