चयनकर्ताओं के फैसले से बहुत खुश हैं किरण मोरे
किरण मोरे ने चयन समिति के इस फैसले पर खुशी जताते हुए इसे खेल के लिहाज से लिया गया बेहद शानदार फैसला बताया। इतना ही नहीं किरण मोरे का मानना है कि विराट कोहली से कप्तानी लेकर रोहित शर्मा को देने का यह फैसला बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिये था क्योंकि तीनों प्रारूप की कप्तानी करने से कोहली के प्रदर्शन पर काफी प्रभाव पड़ रहा था।
न्यूज 18 डॉट कॉम से बात करते हुए मोरे ने कहा,'वनडे और टी20 प्रारूप के लिये यह बहुत ही शानदार फैसला है, हालांकि टेस्ट टीम के कप्तान के तौर पर मैं उन्हें बिल्कुल भी डिस्टर्ब नहीं करना चाहूंगा। विराट कोहली ने भारत के लिये दो विश्वकप (2019 वनडे और 2021 टी20) में कप्तानी की है। द्विपक्षीय सीरीज में विराट कोहली का रिकॉर्ड बेहद शानदार है लेकिन आपको आईसीसी इवेंटस में भी जीत हासिल करनी होगी। यह बहुत जरूरी है। मेरे हिसाब से चयनकर्ताओं का यह फैसला बहुत ही शानदार है।'
रोहित को पहले ही दे देनी चाहिये थी कमान
किरण मोरे ने इस दौरान यह भी बताया कि भारत को सीमित ओवर्स प्रारूप में ऐसे कप्तान की दरकार थी जो कि आईसीसी टूर्नामेंट में जीत दिला पाने में सक्षम हो। मोरे ने इस दौरान कोहली के द्विपक्षीय सीरीज के जीत प्रतिशत की बात करते हुए कहा कि वहां पर उनकी जीत का प्रतिशत 71 प्रतिशत के आस पास हैं और वो वनडे इतिहास में भारत के चौथे बेस्ट कप्तान हैं लेकिन आपको एक ऐसे कप्तान की दरकार है जो आईसीसी टूर्नामेंट में खिताब के सूखे को मिटा सके।
उन्होंने कहा,'मैं इस व्यवस्था से बहुत ज्यादा खुश हूं, जहां पर विराट कोहली टेस्ट प्रारूप की कप्तानी करेंगे और रोहित सीमित ओवर्स प्रारूप की। यह फैसला बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिये था। सभी प्रारूप में टीम की कमान संभालते हुए विराट को काफी सारा दबाव झेलना पड़ा है जिसका असर उनकी बल्लेबाजी पर भी नजर आने लगा है। मुझे लगता है कि कम से कम एक प्रारूप की कप्तानी रोहित के पास और पहले दी जा सकती थी।'
टीम में बने रहने के लिये रहाणे को करना होगा प्रदर्शन
गौरतलब है कि बुधवार को साउथ अफ्रीका के लिये घोषित की गई 18 सदस्यीय भारतीय टीम में रोहित शर्मा को एक नया रोल दिया गया है जिसमें वो अब अजिंक्य रहाणे की जगह उपकप्तान की भूमिका अदा करते नजर आयेंगे। अजिंक्य रहाणे पिछले कुछ समय से लगातार अपने फॉर्म से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं जिसके बावजूद उन्हें टीम में जगह दी गई है लेकिन उपकप्तानी से हटाकर प्लेइंग 11 में उनके शामिल होने पर प्रश्न चिन्ह जरूर लगा दिया है। मोरे का मानना है कि रहाणे टीम के बेहद जरूरी खिलाड़ी हैं लेकिन प्रदर्शन के चलते दबाव का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा,'अजिंक्य के पास अभी भी टेस्ट क्रिकेट में काफी समय बचा हुआ है, वह बहुत शानदार खिलाड़ी हैं। लेकिन टीम में बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा होने की वजह से उन्हें प्रदर्शन कर के दिखाना होगा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बेहद अहम और जरूरी पारियां खेली थी, हालांकि अब उन्हें यह साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड में भी कर के दिखाना होगा। वह अब टीम में सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे तो उन्हें ज्यादा खुलकर खेलने की दरकार होगी।'