नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिये पिछले कुछ समय से सीमित ओवर्स क्रिकेट में विकेटकीपिंग बल्लेबाज के लिये कई खिलाड़ियों का प्रयोग किया गया, जिसमें से लोकेश राहुल एकमात्र ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो कि सबसे सफल साबित हुए हैं। इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद जब उन्हें विकेटकीपिंग की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली तो उन्होंने इसे बखूबी निभाया और ऐसा प्रदर्शन किया कि न्यूजीलैंड दौरे पर टीम के साथ होने के बावजूद ऋषभ पंत को मौका नहीं मिला।
वहीं एमएस धोनी ने पिछले साल विश्व कप सेमीफाइनल के बाद से लगातार मैदान से दूरी बनाई हुई है और ब्लू जर्सी में नजर नहीं आये हैं। धोनी की गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत को मौका दिया गया लेकिन वह इस पर खरे नहीं उतर सके। हालांकि केएल राहुल ने इसे बखूबी निभाया।
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टीम में अपने विकेटकीपिंग के अतिरिक्त रोल पर केएल राहुल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि विकेटों के पीछे खड़ा होना आसान नहीं है, खासतौर से तब जब आपके ऊपर महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने का बहुत अधिक दबाव हो। फैन्स विकेट के पीछे अपने सबसे बढ़िया खिलाड़ी धोनी से तुलना करते हैं तो ऐसे में उस दबाव को झेल पाना आसान नहीं है।
स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' में शामिल होते हुए केएल राहुल ने कहा, 'जब मैं भारत की तरफ से विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप महेंद्र सिंह धोनी की जगह नहीं ले सकते। धोनी जैसे दिग्गज विकेटकीपर की जगह लेने का दबाव बहुत अधिक था, क्योंकि विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है।'
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गौरतलब है कि अपने करियर में अब तक 36 टेस्ट, 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनैशन मैच खेल चुके केएल राहुल के लिये विकेटकीपिंग नया काम नहीं है। वह घरेलू स्तर पर पहले भी विकेटकीपिंग की अतिरिक्त जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान किंग्स इलेवन पंजाब और अपनी रणजी टीम कर्नाटक की तरफ से विकेटकीपिंग की है।
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उन्होंने कहा, 'जो लोग क्रिकेट पर नजर रखते हैं वे जानते हैं कि मैं लंबे समय तक विकेटकीपिंग से दूर नहीं रहा क्योंकि मैंने आईपीएल और जब भी कर्नाटक की तरफ से खेला तब विकेट के पीछे भी जिम्मेदारी संभाली। मैं हमेशा विकेटकीपिंग के संपर्क में रहता हूं लेकिन मैं ऐसा इंसान भी हूं जो टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी तरह की भूमिका निभाने के लिए तैयार रहता हूं।'