नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के चलते पिछले कुछ समय से खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई है। करीब 2 महीने से ज्यादा समय तक सबकुछ बंद रहने के बाद धीरे-धीरे लॉकडाउन में रियायत दी जा रही है। इसको देखते हुए आईसीसी समेत दुनिया के तमाम क्रिकेट बोर्ड खेल को दोबारा शुरु करने की कवायद में लगे हुए हैं। इस बीच आईसीसी ने इस महामारी के बाद खेल को दोबारा शुरु करने के लिये नियमों में कुछ बदलाव करने का सुझाव दिया है। आईसीसी का मानना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से खिलाड़ियों को बचाने के लिये गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर बैन लगाना जरूरी है।
इतना ही नहीं अनिल कुंबले की अगुवाई वाली क्रिकेट समिति ने भी आईसीसी के सामने यही विकल्प दिया है, साथ ही लार की जगह पसीने को इस्तेमाल करने का विकल्प दिया है। हालांकि क्रिकेट समिति ने साफ किया है कि यह विकल्प सिर्फ कुछ समय के लिये ही है।
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इस बीच क्रिकेट जगत का मानना है कि अगर गेंद पर लार के इस्तेमाल पर बैन लगाया जाता है तो इससे सबसे ज्यादा तेज गेंदबाज प्रभावित होंगे। हालांकि भारतीय क्रिकेट टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का मानना है कि इससे स्पिनर्स भी अछूते नहीं रहेंगे। एक दैनिक अखबार से बात करते हुए कुलदीप यादव ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में स्पिनर्स के लिये भी गेंद को चमकाना बहुत जरूरी होता है।
उन्होंने कहा, 'ऐसा नहीं है कि गेंद को चमकाना सिर्फ पेसर्स के लिए जरूरी है स्पिनर्स के लिए भी यह उतनी ही अहम है। अगर गेंद में चमक नहीं होगी तो वह हवा में नहीं घूमेगी। ऐसे में बल्लेबाज के लिए खेलना आसान हो जाएगा। लार का इस्तेमाल बंद करने से गेंदबाजों को काफी असर पड़ने वाला है। गेंदबाजों की आदत होती है कि वह गेंद को चमकाने के लिये सलाइवा का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में इस आदत से उबरने में काफी वक्त लगेगा।'
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गौरतलब है कि लॉकडाउन 5 में दी गई ढील देने के बाद कुलदीप यादव ने कानपुर में अपने कोच के साथ प्रैक्टिस शुरु कर दी है। कुलदीप को उम्मीद है कि एक बार वायरस का प्रभाव खत्म हो जायेगा तो क्रिकेट भी अपने पुराने रूप में लौट आएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा कोच मिसबाह-उल-हक ने थूक लगाने की आदत से बचने के लिये गेंदबाजों को मास्क पहनकर गेंदबाजी करने की सलाह दी थी। उनका मानना है कि अगर गेंदबाज मास्क पहनकर गेंदबाजी करेगा तो आदत होने के बावजूद वह इस संक्रमण से बच सकता है।